
अब्दुल समाद उर्फ सद्दाम. अतीक अहमद के भाई अशरफ का साला. पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम रखा था. कई महीनों से फरार था. अब जाकर पकड़ में आया है. वो भी दिल्ली से. पकड़ में भी तब आया, जब अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने जा रहा था.
यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि कई महीनों से सद्दाम का पीछा किया जा रहा था. उसकी लोकेशन कई बार दक्षिणी राज्यों में आ रही थी.
सद्दाम उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही फरार चल रहा था. सद्दाम बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहा था और नाम बदलकर छिप रहा था. वो दिल्ली में छिपा हुआ था.
सद्दाम अतीक अहमद गैंग का एक्टिव मेंबर था. एसटीएफ को सद्दाम के जरिए उमेश पाल हत्याकांड और अतीक अहमद गैंग के कई राज पता चलने की उम्मीद है.
हत्याकांड के बाद दुबई भाग गया था
इस साल 24 फरवरी को उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल जनवरी 2005 में हुए राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह थे. जिस दिन उमेश पाल की हत्या हुई थी, उस दिन वो राजू पाल हत्याकांड की सुनवाई से घर लौटे ही थे. घर के बाहर ही उनपर फायरिंग हुई, जिसमें उनकी और दो गनर की मौत हो गई.
उमेश पाल की हत्या का आरोप अतीक अहमद और उसकी गैंग पर लगा था. इसके बाद से ही सद्दाम फरार था. पुलिस के मुताबिक, हत्याकांड के बाद सद्दाम दुबई भाग गया था. दुबई में कुछ महीने छिपने के बाद वो भारत लौटा.
भारत आने के बाद वो नाम बदल-बदलकर अपने ठिकाने बदल रहा था. कभी दिल्ली, कभी मुंबई तो कभी कर्नाटक में छिप रहा था.
गर्लफ्रेंड से मिलने के चक्कर में पकड़ा गया
सद्दाम को बुधवार-गुरुवार रात दो बजे यूपी एसटीएफ की बरेली यूनिट ने गिरफ्तार कर लिया. उसे मालवीय नगर से पकड़ा गया. उस समय सद्दाम अपनी गर्लफ्रेंड अनम से मिलने जा रहा था.
पुलिस ने बताया कि रात दो बजे उसे गिरफ्तार किया गया. उसे मालवीय नगर स्थित मॉल के सामने डीडीए फ्लैट से अरेस्ट किया गया. पुलिस ने उसके पास से दो मोबाइल फोन और एक कार बरामद की है.
चार लड़कियों से संपर्क में था सद्दाम
सद्दाम की गिरफ्तारी की सूत्रधार उसकी गर्लफ्रेंड्स ही बनीं. एसटीएफ के मुताबिक, सद्दाम चार लड़कियों के संपर्क में थे. इनमें से दो प्रयागराज में, बरेली में एक और दिल्ली में एक थी.
पुलिस ने इन चारों लड़कियों के फोन को सर्विलांस पर लगा रखा था. उमेश पाल हत्याकांड के बाद सद्दाम ने कई दिनों तक इन लड़कियों से बात नहीं की. लेकिन अप्रैल में दोबारा उसने इनसे बातचीत शुरू कर दी.
हालांकि, सद्दाम बार-बार अपना नंबर और मोबाइल दोनों बदल रहा था. इस कारण वो एसटीएफ की पकड़ से बच जा रहा था.
एसटीएफ ने उन लड़कियों के फोन सर्विलांस पर लगे रखे थे, इसलिए पता चला कि वो मालवीय नगर स्थित डीडीए फ्लैट में अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने जा रहा है. इसके बाद एसटीएफ ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
कितनी अहम है सद्दाम की गिरफ्तारी?
यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने सद्दाम की गिरफ्तारी को काफी अहम बताया है. उन्होंने बताया कि सद्दाम अतीक गैंग का एक्टिव मेंबर था. वो उमेश पाल हत्याकांड के साजिशकर्ताओं को बरेली जेल में बंद अशरफ से मिलवाने में अहम कड़ी था.
सद्दाम अपने जीजा अशरफ के साथ मिलकर जमीनों पर अवैध कब्जे करता था. सद्दाम से पूछताछ के बाद उम्मीद है कि उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहे दो साजिशकर्ताओं और तीन शूटर के बारे में भी इनपुट्स मिलेंगे और उनको गिरफ्तार किया जा सकेगा.
एडीजी अमिताभ यश के मुताबिक, सद्दाम के इंटेरोगेशन के बाद शाइस्ता परवीन, जैनब, अरमान और गुड्डू मुस्लिम की गिरफ्तारी भी जल्द हो जाएगी. एसटीएफ मान रही है कि सद्दाम जरूर इन लोगों के संपर्क में रहता होगा.
15 अप्रैल को अतीक की हत्या हो गई थी
इस साल 15 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या हो गई थी. तीन हमलावरों ने अतीक और अशरफ पर तब गोलीबारी कर दी थी, जब उन्हें मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था.
तीनों हमलावर- अरुण मौर्य, सनी सिंह और लवलेश तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया था. तीनों फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.