Advertisement

अमेरिका में 70 हजार मौतों के लिए जिम्मेदार 'चाइना गर्ल' क्या है? बाइडेन-जिनपिंग के बीच इसे लेकर हुई है बात

अमेरिका के दौरे पर पहुंचे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से अहम बातचीत हुई. ये बातचीत 'चाइना गर्ल' को लेकर हुई. समझते हैं कि ये चाइना गर्ल क्या है?

अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 8:13 PM IST

अमेरिका के दौरे पर आए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 'फेंटानिल ड्रग' को लेकर भी बातचीत की. चार घंटे चली मीटिंग में बाइडेन ने जिनपिंग को फेंटानिल के प्रोडक्शन पर अंकुश लगाने की बात भी कही.

बाइडेन ने जिनपिंग पर उन चीनी कंपनियों पर नकेल कसने के लिए दबाव डाला, जो फेंटानिल का प्रोडक्शन करने में मदद कर रहीं हैं. दरअसल, अमेरिका में चीन से फेंटानिल या उसे बनाने वाले केमिकल अवैध तरीके से आते हैं.

Advertisement

फेंटानिल असल में एक सिंथेटिक ओपिऑइड है. इस ड्रग के ओवरडोज की वजह से अमेरिका में पिछले साल 70 हजार से ज्यादा मौतें हो गई थीं. 

2019 से पहले चीन, अमेरिका में आने वाले फेंटानिल ड्रग का प्राइमरी सोर्स था. ये आमतौर पर कोरियर के जरिए आता था. 2019 में ही अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ ट्रेड टॉक के बाद चीनी सरकार फेंटानिल से जुड़े ड्रग के प्रोडक्शन, बिक्री और एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगाने पर सहमत हुई थी. हालांकि, उसमें लाइसेंस के तहत प्रोडक्शन, बिक्री और एक्सपोर्ट पर रोक नहीं थी.

बाइडेन के लिए चीन के साथ ये समझौता राजनीतिक रूप से भी काफी अहम था, क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में फेंटानिल एक बड़ा मुद्दा रहा है. 

अमेरिका-चीन में डील क्या?

व्हाइट हाउस ने बताया कि नया समझौता न सिर्फ फेंटानिल ड्रग के उत्पादन और वितरण को रोकने में मदद करेगा, बल्कि इस ड्रग को बनाने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल और दवा की अवैध तस्करी पर भी रोक लगाएगा.

Advertisement

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि ये समझौता जिंदगियां बचाने जा रहा है. इससे पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा था, फेंटानिल ड्रग से अमेरिकियों को जो पीड़ा हुई है, उसके प्रति चीन गहरी सहानुभूति रखता है.

कितना खतरनाक है फेंटानिल?

अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेन्शन (CDC) के मुताबिक, फेंटानिल एक तरह का सिंथेटिक ओपिऑइड है. ये सिंथेटिक ड्रग है, क्योंकि इसे लैब में बनाया जाता है.

फेंटानिल कितना खतरनाक है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ये मॉर्फिन से 100 गुना और हेरोइन से 50 गुना ज्यादा स्ट्रॉन्ग होता है. 

इसकी पेंसिल की नोक बराबर मात्रा भी जानलेवा है. ओवरडोज के बाद मौत में कई घंटे या दिन नहीं लगते, बल्कि कुछ मिनटों के भीतर सब खत्म हो जाता है. इसका कोई स्वाद या गंध नहीं होती.

बेहद सस्ता होता है फेंटानिल

फेंटानिल को कम लागत में और आसानी से लैब में बनाया जा सकता है. ये काफी सस्ता होता है. स्ट्रीट ड्रग की तरह मिलने वाले फेंटानिल के कई कोड नाम हैं, जैसे चाइना गर्ल, चाइना टाउन, चाइना वाइट, डांस फीवर, गुड फेलास, ही-मैन, पॉइजन, टेंगो और कैश.

ये ड्रग सड़कों पर भी आसानी से मिल जाता है. यही वजह है कि अमेरिकियों में इस ड्रग की लत बढ़ती जा रही है.

Advertisement

फेंटानिल को कई तरह के ड्रग में मिलाकर लिया जाता है, ताकि और भी ज्यादा नशा हो. इसे लेने पर सीधे असर दिमाग पर पड़ता है. बेहोशी सी होने लगती है. कुछ मामलों में उल्टी आ सकती है. और इसे लेने वाले में कंफ्यूजन की स्थिति हो सकती है.

अमेरिका में जुलाई 2021 से जून 2022 के बीच एक लाख से ज्यादा लोगों की मौत ड्रग ओवरडोज से हो गई थी. वहीं, मई 2022 से अप्रैल 2023 के बीच 70 हजार से ज्यादा मौत हो चुकी है.

दवा के रूप में भी होता है इस्तेमाल

अमेरिका में फेंटानिल लिक्विड और पाउडर, दोनों फॉर्म में मिल रहा है. ज्यादातर युवा पाउडर फॉर्म में इसे खरीदते हैं, क्योंकि इसे दूसरे ड्रग से मिलाना आसान होता है. 

अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने 1998 में इसे दवा के रूप में इस्तेमाल करने की मंजूरी दी थी. ये पेनकिलर की तरह काम करता है. आमतौर पर किसी बड़ी सर्जरी के बाद इसे पेनकिलर के तौर पर दिया जाता है.

सीडीसी ने फेंटानिल और फेंटानिल से बनी दवाओं को 'बेहद खतरनाक' बताया है. साथ ही ये भी चेतावनी दी है कि बहुत से लोग इस बात से भी अनजान हैं कि उनकी दवा में ये ड्रग मिला हुआ है.

Advertisement

इस सबमें चीन का क्या है कनेक्शन?

फेंटानिल की ज्यादातर खेप अवैध तरीके से चीन से होते हुए मैक्सिको बॉर्डर से अमेरिका तक आती है. ड्रग इन्फोर्समेंट एसोसिएशन (DEA) के मुताबिक, चीन से ही फेंटानिल मैक्सिको, कनाडा और भारत आता है और वहां से फिर अमेरिका में आता है. 

डीईए आरोप लगा चुका है कि चीन में अवैध तरीके से सिंथेटिक ड्रग तैयार हो रहा है, जो साजिश के तहत अमेरिका या दूसरे देशों में को भेजा जाता था ताकि वहां के युवाओं को नशे की लत पड़ जाए.

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में पिछले साल फेंटानिल सप्लायर के मामले में 38 लोगों पर कार्रवाई की थी, जिसमें चीन के नेटवर्क का नाम सामने आया था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement