
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनिया के कई देशों के नेता इंडोनेशिया के बाली में इकट्ठा हो रहे हैं. ये नेता 15 और 16 नवंबर को होने वाली G-20 समिट में हिस्सा लेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन रविवार को बाली पहुंच चुके हैं. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह इंडोनेशिया के लिए रवाना हुए.
G-20 समिट में दुनिया की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के नेता शामिल होते हैं. ये समिट ऐसे समय हो रही है जब दुनिया के सामने रूस-यूक्रेन समेत कई तरह की चुनौतियां हैं. इस समिट में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शामिल नहीं होंगे. उनकी जगह विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव हिस्सा लेंगे.
G-20 या ग्रुप ऑफ ट्वेंटी, दुनिया की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का संगठन है. इसके नेता हर साल जुटते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने की योजना पर चर्चा करते हैं.
G-20 क्या है?
- G-20 का गठन 1999 में हुआ था. तब ये वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों का संगठन हुआ करता था. इसका पहला सम्मेलन दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था.
- 2008-2008 में दुनिया में भयानक मंदी आई थी. इस मंदी के बाद इस संगठन में बदलाव हुए और इसे शीर्ष नेताओं के संगठन में तब्दील कर दिया गया. 2008 में अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में इसकी समिट हुई.
- 2009 और 2010 में साल में दो बार G-20 समिट का आयोजन होता था. 2009 में लंदन और पिट्सबर्ग में, जबकि 2010 में टोरंटो और सियोल में इसका आयोजन हुआ. 2011 के बाद से ये साल में एक बार ही होती है.
कितना बड़ा है G-20?
- G-20 के सदस्यों में भारत के अलावा अर्जेंटिना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, साउथ अफ्रीका, तुर्की, यूके, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं.
- दुनिया की 80 फीसदी जीडीपी और 75 फीसदी कारोबार G-20 के देशों में ही होता है. इतना ही नहीं, दुनिया की दो-तिहाई आबादी भी इन्हीं देशों में रहती है.
- G-20 को दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों के समूह G-7 के विस्तार के रूप में देखा जाता है. G-7 में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और कनाडा हैं. 1998 में इसमें रूस भी जुड़ा था, लेकिन 2014 में क्रीमिया पर कब्जा करने के बाद उसे अलग कर दिया गया.
G-20 में कौन-कौन होगा शामिल?
- बाली में होने जा रही G-20 समिट में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों समेत कई वैश्विक नेता शामिल होंगे.
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाली में 45 घंटे तक रुकेंगे. यहां वो 20 कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे और 10 वैश्विक नेताओं से मुलाकात करेंगे. इस दौरान पीएम मोदी कुछ समय निकालकर इंडोनेशिया में भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे.
- प्रधानमंत्री मोदी इस समिट से इतर कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे. हालांकि, पीएम मोदी और जिनपिंग की मीटिंग को लेकर अब तक कुछ साफ नहीं है. लेकिन अगर पीएम मोदी और जिनपिंग की मुलाकात होती है तो गलवान झड़प के बाद दोनों की पहली मुलाकात होगी.
अगले साल भारत में होगी समिट
- G-20 का कोई स्थायी अध्यक्ष नहीं है. जिस सदस्य देश के पास इसकी अध्यक्षता होती है, वही समिट का आयोजन करता है. अभी इसका अध्यक्ष इंडोनेशिया है. 1 दिसंबर को इसकी अध्यक्षता भारत के पास आ जाएगी.
- हाल ही में पीएम मोदी ने G-20 के लोगो और वेबसाइट को लॉन्च किया था. हालांकि, लोगो में 'कमल का फूल' इस्तेमाल करने पर इस पर विवाद भी खड़ा हो गया.
- भारत नवंबर 2023 तक G-20 का अध्यक्ष रहेगा. भारत ने अगले साल G-20 की समिट पहले जम्मू-कश्मीर में करवाने का फैसला लिया था, लेकिन आपत्तियों के बाद इसे अब दिल्ली में ही कराया जाएगा.
- G-20 की अध्यक्षता के अलावा भारत के पास शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की अध्यक्षता भी है. दिसंबर में भारत के पास संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अध्यक्षता भी आ जाएगी. इतना ही नहीं, भारत को G-7 में भी शामिल करने की बात कही जा रही है.