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फैक्ट चेक: ये केरल के बाबिया की नहीं, कोस्टा रिका के पोचो मगरमच्छ की तस्वीर है

केरल स्थित अनंतपद्मनाभ स्वामी मंदिर के तालाब में 70 साल से रह रहे बाबिया मगरमच्छ की मौत हो गई है. इसके बाद एक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर हो रही है. फोटो में एक शख्स मगरमच्छ के जबड़े पर सिर रखे हुए नजर आ रहा है. लोग इसे बाबिया मगरमच्छ बता रहे हैं.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये कासरगोड, केरल के बाबिया मगरमच्छ की तस्वीर है
सच्चाई
ये तस्वीर कोस्टा रिका के एक मगरमच्छ पोचो की है. इसकी मृत्यु साल 2011 में ही हो गई थी.
ज्योति द्विवेदी
  • नई दिल्ली,
  • 11 अक्टूबर 2022,
  • अपडेटेड 6:18 PM IST

तकरीबन 70 साल से कासरगोड, केरल स्थित अनंतपद्मनाभ स्वामी मंदिर के तालाब में रह रहे बाबिया मगरमच्छ की 9 अक्टूबर की रात को मौत हो गई.  बाबिया की मौत पर कई बड़ी हस्तियों ने सोशल मीडिया के जरिये दुख जाहिर किया.

इसी बीच एक मगरमच्छ के जबड़े पर सिर रखे हुए एक शख्स की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है. ऐसा कहा जा रहा है कि ये केरल का बाबिया मगरमच्छ है जिसकी हाल ही में मौत हो गई.

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मिसाल के तौर पर, एक फेसबुक यूजर ने इस फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा, "केरल के कासरगोड में "श्री अनंतपुरा झील 'मंदिर की रखवाली करने वाले दिव्य मगरमच्छ "बबिया "नहीं रहे. शाकाहारी बबिया श्री अनंतपद्मनाभ स्वामी का प्रसाद खाकर पिछले 70+ वर्षों से मंदिर की झील में रहे. ॐ शांति विनम्र श्रद्धांजलि!"

 

इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि ये फोटो कोस्टा रिका देश के पोचो नामक एक मगरमच्छ की है जिसकी मौत साल 2011 में ही हो गई थी. वायरल हो रही तस्वीर इस मगरमच्छ और इसके रखवाले चीटो की जिंदगी पर आधारित 'टचिंग द ड्रैगन' नामक एक डॉक्यूमेंट्री का दृश्य है. इस डॉक्यूमेंट्री के नेरेटर रॉजर होरॉक्स ने खुद 'आजतक' से इस बात की पुष्टि की है.

'गुड न्यूज टुडे' ने भी अपने ट्वीट में इस तस्वीर में दिख रहे मगरमच्छ को केरल का बाबिया बताया, लेकिन बाद में गलती का एहसास होने पर उसे डिलीट कर दिया.

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कैसे पता लगाई सच्चाई?

हमने देखा कि इस फोटो में दिख रहे मगरमच्छ को केरल का बताने वाली कई पोस्ट्स पर लोग कमेंट कर रहे हैं कि ये कोस्टा रिका  का मगरमच्छ है.


इस जानकारी की मदद से कीवर्ड सर्च करने पर हमें ये तस्वीर 17 जुलाई, 2018 के एक यूट्यूब वीडियो में मिली. ये वीडियो एक डॉक्यूमेंट्री का है, जिसमें पोचो नाम के एक मगरमच्छ और उसके रखवाले चीटो की कहानी को दिखाया गया है. वीडियो में रॉजर होरॉक्स नाम का एक शख्स भी दिखाया जाता है जो पोचो और चीटो की कहानी सुना रहा है. इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है, 'टचिंग द ड्रैगन'.

 

 

 

'टचिंग द ड्रैगन' डॉक्यूमेंट्री के बारे में चर्चित फिल्म वेबसाइट आईएमडीबी पर बताया गया है कि इसमें फिल्म प्रोड्यूसर और अंडरवॉटर सिनेमेटोग्राफर रॉजर होरॉक्स ने काम​ किया है. रॉजर, जंगली जानवरों पर बनने वाली डॉक्यूमेंट्रीज बनाने में विशेषज्ञता रखते हैं. वो बीबीसी, नेशनल ज्योग्राफिक और नेटफ्लिक्स के लिए डॉक्यूमेंट्रीज बना चुके हैं.


रॉजर की आधिकारिक वेबसाइट पर हमें 'टचिंग द ड्रैगन' डॉक्यूमेंट्री का ट्रेलर मिल गया. इसके कई दृश्यों में रॉजर खुद पानी के अंदर मगरमच्छ और उसके रखवाले के साथ दिखते हैं.


हमने इस बारे में और जानकारी पाने के लिए रॉजर से संपर्क किया. उन्होंने 'आजतक' को बताया कि वायरल फोटो 'टचिंग द ड्रैगन' डॉक्यूमेंट्री की है जिसमें वो नेरेटर की भूमिका में थे. इसका निर्माण 'फॉस्टर ब्रदर्स फिल्म्स' ने किया था.

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पोचो मगरमच्छ और उसके रखवाले चीटो की कहानी

कोस्टा रिका  में रहने वाले गिल्बर्टो शेडेन उर्फ चीटो नाम के एक मछुआरे ने एक शिकारी की गोली से घायल मगरमच्छ की जान बचाई थी. इस मगरमच्छ का नाम उसने पोचो रख दिया. दोनों के बीच समय बीतने के साथ खासा लगाव हो गया. वे तकरीबन 22 साल तक साथ रहे. साल 2011 में पोचो की मृत्यु हो गई थी.

(इनपुट: यश मित्तल)
 

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