चिकन या मटन बताकर कुत्ते या कौवे का मांस बेचने वालों की खबरें अक्सर आती ही रहती हैं. ऐसी ही एक कथित खबर सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से वायरल हो रही है. इस खबर के साथ मांस काटते कुछ कसाइयों की दिल दहला देने वाली तस्वीरें शेयर की जा रही हैं.
ऐसा कहा जा रहा है कि ये दिल्ली के भलस्वा नगर डेरी इलाके का नजारा है जहां सलीम नाम का एक शख्स कुत्ते के मांस की बिरयानी बेचता है. पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद मेनका गांधी की संस्था ‘पीपल फॉर एनिमल्स’ ने ट्विटर पर इन तस्वीरों को पोस्ट करते हुए लिखा, “सलीम नाम का ये शख्स कुत्ते के मांस की बिरयानी बेचता है. लोकेशन: भलस्वा डेयरी चौक, दिल्ली. इसे गिरफ्तार करवाने में आपकी मदद की जरूरत है.”
‘सर्वप्राणिमित्रम’ नाम की एक संस्था ने भी इन तस्वीरों को दिल्ली का बताते हुए इन्हें इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया. इन दोनों पोस्ट्स का आर्काइव्ड वर्जन यहां और यहां देखा जा सकता है.
कई न्यूज पोर्टल्स ने भी इन तस्वीरों को दिल्ली के सलीम की दुकान का बताते हुए पोस्ट किया है.
इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि इन तस्वीरें को पिछले कई सालों से अलग-अलग देशों का बताते हुए शेयर किया जा रहा है. दिल्ली के भलस्वा नगर डेरी इलाके में कुत्ते का मांस बेचने वाले शख्स सलीम की जो कहानी सुनाई जा रही है, उसका भी कोई प्रमाण नहीं है. भलस्वा नगर डेरी थाने के एसएचओ हरेंद्र सिंह ने ‘आजतक’ को बताया गया कि वहां इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है. सबसे पहले, आइए जानते हैं कि इन तस्वीरों को अब तक किन-किन देशों का बता कर शेयर किया जा चुका है.
मलेशिया
दिसंबर 2016 में इन तस्वीरों को मलेशिया का बताकर शेयर किया गया था. उस वक्त ऐसा कहा जा रहा था कि मलेशिया में कुछ रेस्टोरेंट बिरयानी में मटन की जगह कुत्ते का मांस डाल रहे हैं.
ये पोस्ट वायरल होने के बाद वहां की ‘मलेशियन मुस्लिम रेस्टोरेंट ऑपरेटर्स एसोसिएशन’ ने इस आरोप का खंडन किया था. उन्होंने कहा था कि ये फोटो भारत के तमिलनाडु की है.
बांग्लादेश
अप्रैल 2017 में इन तस्वीरों को बांग्लादेश की राजधानी ढाका का बताया गया था.
ईरान
मई 2017 में इन्हें ईरान के अहवाज शहर का का बताकर शेयर किया गया था.
मई 2018 में कोलाज की एक फोटो को ब्राजील के सेरोपेडिका शहर का और अक्टूबर 2018 में इसे यमन की राजधानी मारिब का बताया गया था.
हैदराबाद और कानपुर से भी जोड़ा जा चुका है कनेक्शन
दिसंबर 2016 में इन तस्वीरों को हैदराबाद के ‘शाह घौस होटल’ का बताया गया था. ‘डेक्कन क्रॉनिकल’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस होटल में कुत्ते के मांस के इस्तेमाल की बात को सायबराबाद पुलिस ने सिर्फ एक अफवाह बताया था.
इसके अलावा, अप्रैल 2017 में एक वेबसाइट ने इन फोटोज को कानपुर के ‘बिरयानी हाउस रेस्टोरेंट’ का बताया था. उस वक्त ‘check4spam’ वेबसाइट ने इस खबर को गलत बताया था.
मोमोज में कुत्ते का मांस
साल 2017 में दिल्ली के कैंट इलाके में मोमोज में कुत्ते का मांस मिलाए जाने के खबरें सामने आई थी. इस इलाके कई दुकानों में चेकिंग की गई थी और गड़बड़ी पाए जाने पर तकरीबन 20 दुकानें बंद कर दी गई थीं.
जाहिर है, अगर हाल-फिलहाल में ऐसा कुछ हुआ होता, तो इस बारे में सभी प्रमुख वेबसाइट्स में खबर होती. पर हमें ऐसा कुछ भी नहीं मिला.
वायरल हो रही तस्वीरें मूल रूप से कहां की हैं, इस बारे में कुछ कहना मुश्किल है. लेकिन ये न तो हाल-फिलहाल की हैं और न ही इनका दिल्ली के किसी सलीम नाम के मीट व्यापारी के दुकान से ताल्लुक होने का कोई सबूत है.
भारत की बात करें तो यहां के नागालैंड राज्य में काफी लोग कुत्ते का मांस खाते हैं. जुलाई, 2020 में वहां कुत्तों के मांस की बिक्री पर रोक लगा दी गई थी. लेकिन नवंबर 2020 में गुवाहाटी हाईकोर्ट ने इस रोक पर स्टे लगा दिया था.
(इनपुट: कुंवर शर्मा )