सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें एक पुलिसकर्मी के साथ दो महिलाएं खड़ी हैं. उनमें से एक महिला ने गले में फूलों का हार पहना हुआ है और पुलिसकर्मी उस महिला को कुछ खिला रहे हैं. लोग सोशल मीडिया पर तस्वीर को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि पुलिस इंस्पेक्टर विजय सिंह की बेटी आरोही सिंह इंडियन आर्मी में कर्नल बनी हैं. तस्वीर को शेयर करके लोग बधाई दे रहे हैं.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है. तस्वीर में फूलों का हार पहने महिला को ब्रिटिश कॉउंसिल की ओर से विज्ञान के क्षेत्र में स्कॉलरशिप मिलने पर सम्मानित किया गया था न कि आर्मी में कर्नल बनने पर. इसके अलावा, महिला का नाम शाइना अगवान और उनके साथ खड़े उनके पिता का नाम इशाक मोहम्मद है.
इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा है, "पुलिस इंस्पेक्टर विजय सिंह की बेटी आरोही सिंह इंडियन आर्मी में कर्नल बनी है ।बधाई रुकनी नही चाहिए ।जय हिंद जय हिन्दू राष्ट्र".
पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
क्या है सच्चाई
वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर 'Police Surveillance' नाम की वेबसाइट पर हमें एक खबर मिली जिसमें वायरल तस्वीर मौजूद थी. खबर के मुताबिक, तस्वीर में हार पहने महिला का नाम शाइना है और साथ खड़े पुलिसकर्मी और दूसरी महिला उनके पिता और माता हैं. शाइना को ब्रिटिश कॉउंसिल की तरफ से विज्ञान के क्षेत्र में स्कॉलरशिप मिलने पर उनके माता-पिता ने उन्हें माला पहनाकर उनका स्वागत किया था.
इसी खबर से जुड़े कीवर्ड सर्च करने पर हमें 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' और 'ईटीवी भारत' की न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इन रिपोर्ट्स के अनुसार, राजस्थान के झालावाड़ जिले के झालरापाटन की रहने वाली शाइना अगवान मुस्लिम समुदाय से आती हैं. शाइना को ब्रिटिश कॉउंसिल की ओर से 15 महीने के रिन्यूएबल एनर्जी कोर्स में एमएस के लिए 40 लाख रुपये की स्कॉलरशिप प्रदान की गई है. इसके तहत शाइना का वीजा, ट्यूशन फीस, रहने-खाने से लेकर पढ़ाई आदि का खर्च कॉउंसिल की ओर से उठाया जाएगा. विज्ञान के क्षेत्र में छात्राओं को बढ़ावा देने के लिए पूरे देश से 5 छात्राओं का चयन किया गया है जिसमें शाइना का भी नाम है.
ज्यादा जानकारी के लिए हमने शाइना के पिता इशाक मोहम्मद से संपर्क किया. इशाक ने हमें बताया कि वायरल तस्वीर में दिख रहे पुलिसकर्मी वही हैं, लेकिन तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है. तस्वीर में वे अपनी पत्नी और बेटी के साथ खड़े हैं.
इशाक ने ये भी बताया कि ये तस्वीर 22 मई 2021 को ली गई थी, जब उनकी बेटी शाइना को स्कॉलरशिप मिलने पर उनके परिवार ने खुशी मनाई थी. इशाक मोहम्मद झालावाड़ के खानपुर में ASI के पद पर कार्यरत हैं.
हमारी पड़ताल में ये साफ हो जाता है कि वायरल तस्वीर में मौजूद महिला न तो आर्मी में कर्नल बनी है, न ही वह हिंदू है. महिला का नाम शाइना अगवान है जो एक मुस्लिम परिवार से हैं. उन्हें ब्रिटिश कॉउंसिल की ओर एक स्कॉलरशिप मिलने पर परिवार के लोगों ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया था और खुशियां मनाई थीं.
(सौरभ भटनागर के इनपुट के साथ)