
देशभक्ति के नारे फिर राजनीतिक विवाद के केंद्र में हैं. कोलकाता में विपक्षी नेताओं की हालिया रैली पर निशाना साधते बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि एक भी विपक्षी नेता ने वहां 'भारत माता की जय' या 'वंदेमातरम' का नारा लगाने की जरूरत नहीं समझी. शाह ने ये दावा मंगलवार को पश्चिम बंगाल के माल्दा ज़िले में रैली के दौरान किया.
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने अपनी पड़ताल में इस दावे को गलत पाया. असल में विपक्षी महागठबंधन की रैली में कई नेताओं ने देशभक्ति के नारे लगाए. शाह ने दावा किया, 'इतने बड़ा ब्रिगेड समावेश था साब... एक भी भारत माता की जय नहीं लगी... लगी थी क्या???... एक भी वंदेमातरम बोला था क्या???'. मालदा रैली में अमित शाह के भाषण के वीडियो में इसे 13.40 मिनट पर सुना जा सकता है.
बीजेपी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर भी इस दावे को हेशटैग #AmitShahInMalda के साथ पोस्ट किया गया है.
इस स्टोरी को लिखे जाने तक इस पोस्ट को हजारों लाइक कर चुके थे और सैकडों ने शेयर किया था. अमित शाह विपक्ष की जिस ‘यूनाइटेड इंडिया रैली’ का हवाला दे रहे थे वो 19 जनवरी को कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में हुई थी. इस रैली में अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव, फारूक अब्दुल्ला, एमके स्टालिन और एचडी कुमारस्वामी समेत कई विपक्षी नेताओं ने हिस्सा लिया था.
हमने रैली में शामिल प्रमुख विपक्षी नेताओं के भाषणों का विश्लेषण किया.
शाह के दावे के उलट हमने पाया कि ममता बनर्जी ने खुद अपने भाषण के अंत में तीन बार ‘वंदेमातरम’ बोला. ममता बनर्जी ने वहां यह भी कहा कि हम उन लोगों का सम्मान करते हैं जिनका नारा ‘इंकलाब जिंदाबाद’ है. उस कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ.
ना सिर्फ ममता बनर्जी बल्कि विपक्ष के कई नेताओं- फारूक अब्दुल्ला, एचडी कुमारस्वामी, देवेगौड़ा और तेजस्वी यादव ने भी अपने भाषणों का समापन ‘जय हिन्द’ के साथ किया. गुजरात के युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने अपने भाषण के अंत में ‘भारत माता की जय’ कहा.
हैरानी की बात है कि शाह के इस दावा करने से पहले हिन्दी अखबार की क्लिपिंग जैसी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जाने लगी थी, इसमें भी वैसा ही दावा किया गया जैसा शाह ने किया कि विपक्षी नेता कभी देशभक्ति के नारे नहीं लगाते हैं. क्लिपिंग की तस्वीर वाले दावे को झूठा ही आजतक न्यूज चैनल की एक प्रमुख एंकर श्वेता सिंह के नाम के साथ जोड़ दिया गया.
इस पोस्ट को स्टोरी लिखे जाने तक 11,000 से अधिक बार शेयर किया जा चुका है. हमने पाया कि एंकर के नाम पर बनाए गए एक पैरोडी अकाउंट से इसे पहली बार पोस्ट किया गया जिसे कई लोगों ने सच मान लिया.
श्वेता सिंह ने वायरल पोस्ट को खारिज करने के साथ दावा किया कि उन्होंने कभी भी ऐसा कुछ नहीं लिखा और ये तथ्य सच नहीं हैं.
हमें ऐसे किसी भी हिन्दी अख़बार की कोई क्लिपिंग नहीं मिली जिसमें श्वेता सिंह के हवाले से ऐसा दावा किया गया हो. जाहिर है कि वायरल तस्वीर फोटोशॉप से गढ़ी गई.