किसी बस्ती में लाइन में लगे बुलडोजर और दर्जनों पुलिसकर्मियों को दिखाता एक वीडियो इंस्टाग्राम पर काफी वायरल हो रहा है. अफरा-तफरी के बीच इस वीडियो में रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों की टोली भी देखी जा सकती है. वीडियो को दिल्ली का बताया जा रहा है. साथ में कहा गया है कि देश की राजधानी में एक बड़ा हादसा हुआ है.
हालांकि, दावे में हादसे के बारे में कुछ नहीं बताया गया है. मगर वीडियो में किए गए दावे के सही मानते हुए लोग कमेंट्स में दुख जता रहे हैं.
इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर कई यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर चुके हैं. वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो किसी हादसे का नहीं बल्कि दिल्ली के तुगलकाबाद में 2023 में हुए बुलडोजर एक्शन का है.
कैसे पता चली सच्चाई?
वीडियो के एक कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ठीक ऐसा ही एक दूसरा वीडियो यूट्यूब पर मिला. इस वीडियो को ‘Nayan Mandal Production’ नाम के एक चैनल पर 2 मई 2023 को अपलोड किया गया था. वीडियो के टाइटल में बताया गया है कि दिल्ली के तुगलकाबाद गांव में तीन दिन से बुलडोजर चल रहा है.
लगभग तीन मिनट लंबे इस वीडियो को पूरा देखें तो इसमें पुलिस की मौजूदगी में झुग्गी झोपड़ियों को बुलडोजर से तोड़ते देखा जा सकता है. चैनल पर उस समय इस इलाके के और भी कई वीडियो शेयर किए गए थे जिनमें ऐसी ही बुलडोजर कार्रवाई देखी जा सकती है.
और जानकारी के लिए हमने इस चैनल को चलाने वाले नयन मंडल से बात की. उन्होंने हमें बताया कि इस कार्रवाई से जुड़े उनके चैनल पर मौजूद सभी वीडियोज उन्होंने ही शूट किए थे. नयन ने ये भी साफ किया कि ये किसी हादसे का वीडियो नहीं है. नयन के मुताबिक, ये कार्रवाई ऑर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) ने अतिक्रमण के खिलाफ की थी.
नयन ने बताया कि एएसआई ने उनकी जमीन पर कब्जा किए हुए लोगों को कई बार जमीन खाली करने के निर्देश दिए थे. लेकिन लोग नहीं माने. इसलिए भारी फोर्स की मौजूदगी में इलाके में बुलडोजर चलवाया गया था.
सर्च करने पर हमें तुगलाकाबाद में इस बुलडोजर एक्शन को लेकर उस समय छपी कई न्यूज रिपोर्ट्स भी मिलीं. अमर उजाला की खबर में बताया गया है कि अतिक्रमण के खिलाफ एएसआई की ये उस समय तक की सबसे बड़ी कार्रवाई थी. जिला प्रशासन, पुलिस और निगम की मदद से तुगलकाबाद किले की जमीन पर बनीं 1248 अवैध झुग्गियों को तोड़ा गया था. इसमें पुलिस बल के साथ आरएएफ की कई कंपनियां भी तैनात रही थीं. अतिक्रमण को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने 24 अप्रैल 2024 को एएसआई की खिंचाई भी की थी और कहा था कि वो ऐतिहासिक तुगलकाबाद किले में अतिक्रमण के मुद्दे पर मूकदर्शक नहीं बन सकता.
इस बुलडोजर एक्शन से जुड़ी कई वीडियो रिपोर्ट्स भी यूट्यूब पर देखी जा सकती हैं.