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फैक्ट चेक: राजस्थान, यूपी में एस्टेरॉयड गिरने का दावा कोरी बकवास है, ये वीडियो सॉफ्टवेयर से बनाए गए हैं

सोशल मीडिया पर अलग-अलग वीडियो के जरिये राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 15 सितंबर को उल्कापिंड और एस्टेरॉयड गिरने का दावा किया जा रहा है. पहले वीडियो में छोटे-छोटे आग के गोलों के साथ आसमान में बड़ा धमाका होते दिख रहा है. दावे के अनुसार, ये एस्टेरॉयड यूपी में गिरा है. आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि दोनों वीडियो असली नहीं हैं. इन्हें सॉफ्टवेयर की मदद से बनाया गया है.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 15 सितंबर को एस्टेरॉयड गिरे.
सच्चाई
दोनों ही वीडियो असली नहीं हैं. इन्हें सॉफ्टवेयर की मदद से बनाया गया है. राजस्थान और उत्तर प्रदेश ऐसी कोई घटना नहीं हुई है.
अर्जुन डियोडिया
  • नई दिल्ली,
  • 19 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 3:34 PM IST

“15 सितंबर को दुनिया खत्म होने वाली है”. अगर आप सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं तो अभी तक आपने ये अफवाह सुन ली होगी. दरअसल, इसकी शुरुआत अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के उस अलर्ट के बाद हुई जिसमें संस्था ने कहा था कि 15 सितंबर को करीब 720 फीट का विशालकाय एस्टेरॉयड पृथ्वी के करीब से गुजरेगा.

इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर अलग-अलग वीडियो के जरिये राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 15 सितंबर को उल्कापिंड (Meteorite) और एस्टेरॉयड गिरने का दावा किया जा रहा है. पहले वीडियो में छोटे-छोटे आग के गोलों के साथ आसमान में बड़ा धमाका होते दिख रहा है. दावे के अनुसार, ये एस्टेरॉयड यूपी में गिरा है.

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वहीं, दूसरे वीडियो में आसमान से आ रहे आग के गोले को जमीन से टकराते हुए देखा जा सकता है. इसे शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि राजस्थान में उल्कापिंड गिरा है.

दोनों वीडियो इंस्टाग्राम पर काफी वायरल हो रहे हैं. वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

एस्टेरॉयड, सूरज के चक्कर लगाने वाला एक पत्थर जैसा सख्त पदार्थ होता है. और उल्कापिंड एस्टेरॉयड का छोटा रूप होता है. दो एस्टेरॉयड के टकराने के बाद जो छोटे पदार्थ बनते हैं उन्हें ही उल्कापिंड या ‘Meteoroids’ कहा जाता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि दोनों वीडियो असली नहीं हैं. इन्हें सॉफ्टवेयर की मदद से बनाया गया है.

कैसे पता की सच्चाई?

पहला वीडियो

वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमे ये वीडियो ‘meteorshorts’ नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला. यहां इसे 6 सितंबर 2023 को शेयर किया गया था. वीडियो के साथ दी गई जानकारी में ये बात साफ तौर पर लिखी है कि इसे डिजिटल एडिटिंग तकनीक से बनाया गया है. इसके अलावा ये भी बताया गया है कि वीडियो ‘ब्लेंडर’ और ‘गिम्प’ नाम के सॉफ्टवेयर से बना है.  टाइटल के अनुसार, वीडियो में चंद्रमा से टकराते उल्कापिंड को दिखाया गया है.

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इस चैनल पर वायरल वीडियो जैसे और भी कई वीडियो   देखे जा सकते हैं जिन्हें सॉफ्टवेयर की मदद से बनाया गया है.

दूसरा वीडियो

ये वीडियो ‘Unreal vfx’ नाम के एक यूट्यूब चैनल पर 3 नवंबर 2023 को अपलोड किया गया था. इसके साथ भी बताया गया है कि वीडियो में वीएफएक्स का इस्तेमाल किया गया है. वीडियो को एडोबी आफ्टर इफेक्ट्स सॉफ्टवेयर से बनाया गया है. इसमें ये दिखाने की कोशिश की गई है कि अगर उल्कापिंड धरती से टकरा जाए तो क्या होगा. इस चैनल पर भी वायरल वीडियो जैसे तमाम वीडियो मौजूद हैं.

रही बात 15 सितंबर को पृथ्वी के करीब से गुजरने वाले एस्टेरॉयड की तो खबरों के मुताबिक ये धरती से नहीं टकराया और 16 लाख किलोमीटर की दूरी से होकर गुजर गया. नवभारत टाइम्स की खबर, के मुताबिक, अगर 104,761 Km/h की रफ्तार का ये एस्टेरॉयड धरती से टकरा जाता तो तबाही मच सकती थी.

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