बेरोजगारी के मुद्दे पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार बीजेपी सरकार को घेर रहे हैं. शुक्रवार (19 मार्च) को राहुल ने असम में चुनाव प्रचार किया और रोजगार को लेकर सरकार पर निशाना साधा. चुनाव प्रचार के चलते राहुल ने डिब्रूगढ़ के लाहोवल में कॉलेज विद्यार्थियों की एक सभा को भी संबोधित किया.
अब इसी सभा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसके जरिये राहुल गांधी का मजाक उड़ाया जा रहा है. वीडियो में दिखता है कि राहुल एक लड़के से सवाल कर रहे हैं कि क्या बीजेपी की सरकार में बेरोजगारी बढ़ी है? और लड़का बोल देता है कि बेरोजगारी नहीं बढ़ी है. इस वीडियो को शेयर करते हुए लोग कह रहे हैं कि राहुल गांधी ने अपनी बेइज्जती करवा ली और सेल्फ गोल कर बैठे.
वीडियो में राहुल बोल रहे हैं, "एक बात इनसे पूछिए- बीजेपी के टाइम में इनको लगता है कि अनएम्प्लॉयमेंट बढ़ी है?". इसका जवाब देते हुए एक छात्र बोलता है "नहीं बढ़ा है". वीडियो को मजेदार बनाने के लिए इसमें म्यूजिक और एक फिल्मी सीन भी जोड़ दिया गया है. कमेंट में कुछ यूजर्स का ये भी कहना है कि विद्यार्थियों की भीड़ में "बीजेपी भक्त" बैठे हुए हैं जो बेरोजगारी ना बढ़ने की बात कह रहे हैं.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि ये वीडियो भ्रामक और अधूरा है. वीडियो में दिख रहे छात्र ने राहुल गांधी से बेरोजगारी बढ़ने की ही बात कही थी. राहुल के सवाल को ठीक से ना समझ पाने के कारण छात्र ने बेरोजगारी ना बढ़ने की बात कह दी थी जिसको उसने तुरंत ही स्पष्ट करते हुए कहा था कि बेरोजगारी बढ़ी है.
इस वीडियो को पोस्ट करते हुए एक ट्विटर यूजर ने कैप्शन में लिखा है, "गजब बेइज्जती है यार". इस ट्वीट को दो हजार से भी ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं. इसी कैप्शन के साथ वीडियो फेसबुक पर भी शेयर किया जा रहा है. कुछ लोग वीडियो को मौजमस्ती के लिए शेयर कर रहे हैं वहीं कुछ इसे सच भी मान रहे हैं. वायरल ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
वीडियो की सच्चाई
राहुल गांधी की इस जनसभा का वीडियो हमें उनके यूट्यूब चैनल पर मिला. दरअसल, इस जनसभा में भाषा की समस्या के कारण राहुल गांधी और इस छात्र के बीच बातचीत एक अन्य व्यक्ति के जरिये हो रही थी जो हिंदी और असमिया भाषा का अनुवाद कर रहा था.
वीडियो में राहुल और छात्र की बातचीत 13.14 मिनट पर शुरू होती है. 20.12 मिनट के बाद वायरल वीडियो वाला हिस्सा आता है. यहां राहुल गांधी ट्रांसलेटर से बोलते हैं कि वो छात्र से पूछें कि "बीजेपी के टाइम में इनको (छात्र) लगता है कि अनएम्प्लॉयमेंट बढ़ा है?" राहुल का सवाल खत्म होते ही छात्र बोल पड़ता है "नहीं बढ़ा है". इसके बाद राहुल दोहराते हैं कि वो 'अनएम्प्लॉयमेंट' (बेरोजगारी) की बात कर रहे हैं. वहां मौजूद ट्रांसलेटर भी राहुल का सवाल छात्र को समझाता है, जिसके बाद तुरंत ही छात्र असमिया में कहता है कि बेरोजगारी बढ़ रही है. इसके साथ ही राहुल के पूछने पर छात्र बीजेपी सरकार में बेरोजगारी बढ़ने के कारण भी बताता है जिसका ट्रांसलेटर हिंदी में अनुवाद करता है. ये पूरा हिस्सा नीचे यूट्यूब वीडियो में देखा जा सकता है.
पूरा वीडियो देखने पर ये साफ हो जाता है कि सोशल मीडिया पर सिर्फ वही हिस्सा शेयर हो रहा है जिसमें ये छात्र संवाद में परेशानी के कारण बेरोजगारी ना बढ़ने की बात कह देता है. भ्रम फैलाने के लिए वायरल वीडियो के बाद वाला हिस्सा काट दिया गया है जहां छात्र स्पष्ट करता है कि बेरोजगारी बढ़ी है. वायरल वीडियो वाले हिस्से के पहले भी देखा जा सकता है कि छात्र रोजगार को लेकर चिंता जाहिर करता है जिसे ट्रांसलेटर हिंदी में राहुल गांधी को समझाता है.
हमारी पड़ताल में ये साबित होता है कि वायरल पोस्ट भ्रामक है. इस चुनावी सभा में विद्यार्थी ने राहुल गांधी की बेरोजगारी बढ़ने वाली बात का समर्थन ही किया था. सवाल समझने में दिक्कत होने के कारण विद्यार्थी ने पहले जवाब में कह दिया था कि बेरोजगारी नहीं बढ़ी है, लेकिन बाद में उसने अपनी बात सही ढंग से समझाई.