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फैक्ट चेक: बुलंदशहर में लाठीचार्ज का पुराना वीडियो दिल्ली में पुलिस कार्रवाई बताकर वायरल

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा के बाद तनाव के बीच सोशल मीडिया फोटो और वीडियो से भर गया है. हिंसा और पुलिसिया कार्रवाई के तमाम वीडियो शेयर किए जा रहे हैं.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
पुलिस लाठी चार्ज का वायरल वीडियो दिल्ली का है.
सच्चाई
यह घटना उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की है.
चयन कुंडू
  • नई दिल्ली,
  • 27 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 11:57 PM IST

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा के बाद तनाव के बीच सोशल मीडिया फोटो और वीडियो से भर गया है. हिंसा और पुलिसिया कार्रवाई के तमाम वीडियो शेयर किए जा रहे हैं. कुछ इन घटनाओं से संबंधित हैं तो कुछ ऐसे कंटेंट भी शेयर किए जा रहे हैं जिनका दिल्ली से कोई संबंध नहीं है.

इसी तरह पुलिस लाठीचार्ज का एक वीडियो फेसबुक पर वायरल हो रहा है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह दिल्ली का है. फेसबुक यूजर्स जैसे “Rahul Avasthi”, “Amit Goyal ” और “Aman Kumar” आदि ने यह वीडियो पोस्ट किया है और साथ में कैप्शन लिखा है, “दिल्ली में सफाई अभियान शुरू दे सटासट दे सटासट”. वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मियों ने अचानक भीड़ पर हमला बोलते हुए उनपर लाठी चार्ज कर दिया.

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पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि यह पोस्ट भ्रामक है. यह वीडियो दिल्ली का नहीं है. पुलिस लाठीचार्ज की यह घटना पिछले साल दिसंबर में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की है.

Invid टूल की मदद से हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स काटकर उन्हे रिवर्स सर्च किया तो हमने पाया कि यह वायरल वीडियो “SPN NEWS” नाम के एक यूट्यूब चैनल की एक न्यूज क्लिप में मौजूद है.

इस यूट्यूब चैनल ने यह वीडियो 20 दिसंबर, 2019 को अपलोड किया था. चैनल ने वीडियो के साथ जो कैप्शन लिखा है उसके मुताबिक यह वीडियो बुलंदशहर में CAA के विरोध में प्रदर्शन करने वालों पर पुलिस लाठीचार्ज का है.

सीएए के विरोध में 20 दिसंबर, 2019 को पुलिस लाठीचार्ज की इस घटना के बारे में कई न्यूज वेबसाइट जैसे “NDTV India” और “Live Hindustan” आदि ने खबरें भी प्रकाशित की थीं.

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इन खबरों के मुताबिक, सीएए के विरोध में चल रहा प्रदर्शन शु​क्रवार, 20 दिसंबर, 2019 को हिंसक हो गया. प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. प्रर्दशनकारियों पर काबू पाने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया और पुलिस ने लाठीचार्ज किया था.

इस तरह पड़ताल में साफ हुआ कि वायरल हो रहा पुलिस लाठीचार्ज का वीडियो दिल्ली का नहीं है, बल्कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का है और करीब दो महीने पुराना है.

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