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फैक्ट चेक: मनगढ़ंत है कोरोना मरीज और डॉक्टर की ये प्रेम कहानी

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम ने पाया कि इन तस्वीरों के साथ किया जा रहा दावा गलत है. ये तस्वीरें एक प्री-वेडिंग फोटो शूट की हैं. इस जोड़े ने 2018 में इंगेजमेंट की थी और फोटो में दिख रहा व्यक्ति स्टोरी लिखे जाने तक कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ है.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
तस्वीर में दिख रहा आदमी कोरोना मरीज था जिसे लेडी डॉक्टर से प्यार हो गया. दोनों ने मिस्र के अस्पताल में इंगेजमेंट कर ली.
सच्चाई
ये तस्वीरें प्री-वे​डिंग फोटो शूट की हैं. यह जोड़ा 2018 से इंगेज्ड है. उनमें से कोई कोरोना संक्रमित भी नहीं है.
अर्जुन डियोडिया
  • नई दिल्ली,
  • 01 जून 2020,
  • अपडेटेड 3:59 PM IST

मेडिकल पोशाक में एक जोड़े की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. इन तस्वीरों के साथ दावा किया जा रहा है कि एक आदमी कोरोना का मरीज था, जिसे इलाज कर रही लेडी डॉक्टर से प्यार हो गया. दावा किया जा रहा है कि डॉक्टर और मरीज के इस जोड़े ने मिस्र के एक अस्पताल में ही इंगेजमेंट कर ली.

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इन तस्वीरों में से एक में देखा जा सकता है कि वह आदमी, महिला की उंगली में अंगूठी पहना रहा है. दूसरी तस्वीर में दोनों प्यार से एक-दूसरे को देख रहे हैं.

इस वायरल पोस्ट का कैप्शन है, “एक कोरोना मरीज को अपना इलाज करने वाली डॉक्टर से प्यार हो गया. दो महीने बाद मिस्र के अस्पताल में दोनों ने इंगेजमेंट कर ली.”

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि इन तस्वीरों के साथ किया जा रहा दावा गलत है. ये तस्वीरें एक प्री-वेडिंग फोटो शूट की हैं. इस जोड़े ने 2018 में इंगेजमेंट की थी और फोटो में दिख रहा व्यक्ति स्टोरी लिखे जाने तक कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ है.

इस भ्रामक दावे के साथ यह पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही है. पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. हिंदी अखबार “पंजाब केसरी” ने भी इस मनगढंत कहानी को स्टोरी के रूप में प्रकाशित किया है.

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हमारी पड़ताल

रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमें वायरल फोटो के बारे में अरबी में कुछ न्यूज आर्टिकल मिले. इन आर्टिकल्स में इस जोड़े की कुछ और तस्वीरें हैं और कहा गया है कि ये मिस्र के डॉक्टर मोहम्मद फहमी और अया मोस्बाह हैं, जिन्होंने मिस्र के मंसूरा शहर के अल-शिफा अस्पताल में कोरोना महामारी के दौरान इंगेजमेंट की.

इन आर्टिकल्स में कहीं भी यह उल्लेख नहीं है कि यह शख्स कोरोना वायरस से संक्रमित था.

आर्टिकल्स में इस्तेमाल तस्वीरों में “MOHAMED SELIM PHOTOGRAPHY” का हस्ताक्षर नजर आता है. हमने फेसबुक पर मोहम्मद सलीम का प्रोफाइल खोज लिया. उन्होंने भी 25 मई को मोहम्मद फहमी व अया मोस्बाह को टैग करते हुए ये तस्वीरें पोस्ट की हैं. सलीम मंसूरा शहर में फोटोग्राफी का काम करते हैं.

हमने सलीम से वॉट्सएप पर बात की. उन्होंने बताया कि ये तस्वीरें प्री-वेडिंग शूट की हैं जिन्हें उन्होंने ही खींची थीं. उन्होंने यह भी बताया कि यह जोड़ा फिलहाल सही-सलामत है और इन दोनों में से अभी तक कोई भी कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में प्री-वेडिंग फोटो शूट का मकसद इस मुश्किल समय में लोगों में आशावाद फैलाना था.

हमने मोहम्मद फहमी का फेसबुक प्रोफाइल भी खोज लिया, लेकिन भाषाई समस्या के कारण हम उनसे बात नहीं कर सके. फहमी की प्रोफाइल के मु​ताबिक, वे अया मोस्बाह के साथ 4 अक्टूबर, 2018 से इंगेज्ड हैं.

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हमने अया मोस्बाह से भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन स्टोरी लिखे जाने तक उनका कोई जवाब नहीं आया. अगर उनका कोई जवाब आता है तो स्टोरी में अपडेट कर दिया जाएगा.

पड़ताल से स्पष्ट है कि तस्वीर में मौजूद जोड़ा लंबे समय से एक-दूसरे को जानता है और 2018 से ही वे दोनों इंगेज्ड हैं. इसके अलावा, उस आदमी को कोरोना का संक्रमण भी नहीं है. इन तस्वीरों के साथ यह कहानी मनगढ़ंत है कि कोरोना मरीज को लेडी डॉक्टर से प्यार हो गया और बाद में दोनों ने इंगेजमेंट कर ली.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
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