किसानों के विरोध और विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच कृषि से जुड़े तीन विधेयक संसद के दोनों सदनों से पारित हो चुके हैं. केंद्र सरकार की ओर से लाए गए इन विधेयकों का पंजाब और हरियाणा सहित कई राज्यों के किसान विरोध कर रहे हैं. प्रदर्शन करते किसानों की कई तस्वीरें इंटरनेट पर आ रही हैं. इन्हीं में से एक तस्वीर मौजूदा किसान प्रदर्शन से जोड़कर सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रही है.
वायरल तस्वीर देखकर ऐसा लग रहा है कि ये किसी बड़ी रैली की तस्वीर है, जिसमें सड़क पर लोगों की भारी भीड़ जमा है. दावा किया जा रहा है कि ये कृषि बिल के विरोध में किसानों का जनसैलाब है. कुछ दावों में इस तस्वीर को हरियाणा के जींद का बताया गया है.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि इस तस्वीर का फिलहाल चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है. ये तस्वीर राजस्थान में 2017 में हुए किसानों के एक विरोध-प्रदर्शन की है.
ये तस्वीर पोस्ट करते हुए लोग लिख रहे हैं, "किसान बिल के विरोध में ,ये आज की तस्वीर आपके चैनल ने दिख रही है क्या???". वायरल पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
कैसे की पड़ताल?
तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर पता चला कि सितंबर, 2017 में कांग्रेस नेताओं सहित कई लोगों ने इस तस्वीर को राजस्थान के एक किसान आंदोलन से जोड़कर पोस्ट किया था. यांडेक्स सर्च इंजन की मदद से हमें कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया CPI(M) का 5 सितंबर, 2017 को किया गया एक ट्वीट भी मिला, जिसमें ये तस्वीर मौजूद थी. CPI(M) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी ने भी इस तस्वीर को राजस्थान के किसान प्रदर्शन का बताते हुए ट्वीट किया था.
इन ट्वीट्स के मुताबिक, किसानों की ये रैली राजस्थान में "अखिल भारतीय किसान सभा" की ओर से निकाली गई थी. किसानों ने ये विरोध प्रदर्शन कर्ज माफी और पेंशन योजना सहित अन्य समस्याओं को लेकर किया था. सितंबर, 2017 में कुछ न्यूज़ वेबसाइट्स ने भी इस तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए राजस्थान के इस किसान आंदोलन पर खबर छापी थी. किसानों का ये विरोध-प्रदर्शन राजस्थान के कई जिलों में देखा गया था.
खबरों के मुताबिक, अपनी मांगों को लेकर राजस्थान के लाखों किसानों ने ये प्रदर्शन किया था. ये विरोध-प्रदर्शन कई दिनों तक चला था. उस समय राजस्थान में बीजेपी की सरकार थी. ‘द लॉजिकल इंडियन’ की एक खबर के मुताबिक, ये तस्वीर राजस्थान के सीकर जिले की है.
यहां हमारी पड़ताल में ये बात सामने आती है कि तस्वीर एक किसान आंदोलन से ही जुड़ी है, लेकिन तीन साल पुरानी है. इसका कृषि बिलों को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन से भी कोई लेना देना नहीं है. हालांकि, ये बात सच है कि जींद सहित हरियाणा और पंजाब के कई जिलों में मौजूदा कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों का भारी विरोध देखा गया है.