गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसके बाद दिल्ली सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इसी बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें देखा जा सकता है कि निहंग सिखों का एक ग्रुप एक बस चालक से बहस कर रहा है और तलवारों से बस पर हमला कर रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये दृश्य फिलहाल चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन का है. वीडियो में दिख रही बस पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट करपोरेशन (PRTC) की जो है जिसका संचालन पंजाब सरकार करती है.
एक पोस्ट में इस वीडियो के साथ लिखा गया, “कुछ घाटियां मानसिकता के लोग प्रतीत होते हैं। जो धर्म के नाम पर हिंसा और तोड़- फोड़ करते हैं। विडियो में साफ दिख रहा है। कि #PRTC बस के ड्राईवर ने चुप - चाप साइड में बस खड़ी कर रखी है। परंतु कुछ शरारती तत्वों ने धर्म की आड़ में सरकारी बस में तोड़ फोड़ शुरू कर दी ।।और बस ड्राइवर को जान से मारने की भी कोशिश की है। जो कि विडियो में साफ दिख रहा है।। ये सरासर ग़लत हैं। आप सब ही बताएं कि ये कहाँ तक जायज है। सरकारी संपत्ति में तोड़फोड़ करना बहुत गलत है। परंतु कुछ ओछी मानसिकता के लोगों ने धर्म की आड़ लेकर ऐसी हरकतें करने का पेशा बना लिया है।”
इंडया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि ये दावा भ्रामक है. वायरल वीडियो 2019 का और पंजाब के कपूरथला का है. रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो में दिख रही बस ने निहंग सिखों के एक घोड़े को टक्कर मार दी थी जिसके बाद सिखों ने हमला कर दिया था.
ये वीडियो फेसबुक पर अलग-अलग दावों के साथ काफी वायरल है. एक यूजर ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, “किसान आंदोलन बड़े धैर्य के साथ देश देख रहा है ये सब कुछ... सिर्फ करने वालों को नहीं... उनका साथ भी देने वालों को.. #IndiaAgainstPropaganda #KhalistaniExposed”
कुछ पोस्ट के आर्काइव यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
AFWA की पड़ताल
कीवर्ड सर्च की मदद से हमने पाया कि सितंबर 2019 के बाद से ये वीडियो कई यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है. एक ऐसा ही वीडियो 23 सितंबर, 2019 को P24 News नाम के यूट्यूब चैनल पर अपडेट हुआ है, जिसे नीचे देखा जा सकता है.
हमें इस घटना के बारे में कई मीडिया रिपोर्ट मिलीं. 20 सितंबर, 2019 को छपी ‘द ट्रिब्यून’ की खबर के मुताबिक, पीआरटीसी की एक बस ने दुर्घटनावश घुड़सवार निहंग सिखों के एक घोड़े को टक्कर मार दी थी जिसके बाद ये घटना हुई. कपूरथला डिपो के परिवहन विभाग के अधिकारियों ने भी द ट्रिब्यून से इस घटना के बारे में पुष्टि की थी.
‘अमर उजाला’, ‘दैनिक भास्कर’, ‘जागरण’ और ‘एशियानेट न्यूज’ ने भी सितंबर 2019 में इस घटना पर खबर छापी थी.
जागरण के मुताबिक, ये घटना पंजाब के कपूरथला जिले के कपूरथला-नकोदर रोड पर गुरुद्वारा श्री ताहली साहिब के पास हुई थी. 14 सितंबर 2019 को कपूरथला डिपो की PB09-X-3613 नंबर की बस नकोदर से कपूरथला जा रही थी. इस रिपोर्ट में बस ड्राइवर का नाम निर्मल सिंह बताया गया है.
इस तरह स्पष्ट है कि जिस वीडियो के जरिये किसान आंदोलन पर सवाल उठाया जा रहा है, वह कम से कम एक साल पुराना है और मौजूदा किसान आंदोलन से इसका कोई संबंध नहीं है.