Advertisement

फैक्ट चेक: पैसे लेकर किसान आंदोलन में शामिल हुए लोग? नहीं, ये वीडियो ट्रैक्टर की सौदेबाजी का है

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दिखाई देता है कि एक जमावड़े में कुछ सरदार खड़े हैं और पैसों को लेकर कोई समझौता किया जा रहा है. इस सौदेबाजी के दौरान एक सिख व्यक्ति कुर्सी पर बैठे दूसरे शख्स का मुंह पकड़ रहा है और जबरदस्त हाथपाई भी कर रहा है. इस वीडियो को किसान आंदोलन से जोड़कर देखा जा रहा है.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
वीडियो में दिख रहा है कि किसान आंदोलन में 1 महीने बॉर्डर पर बैठने का रेट तय किया जा रहा है.
सच्चाई
इस वीडियो में किसान आंदोलन में बैठने के लिए नहीं बल्कि एक ट्रैक्टर को बेचने के लिए रकम की सौदेबाजी हो रही है.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 10:48 AM IST

क्या किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए लोगों को पैसे दिए गए हैं? सोशल मीडिया पर बहसबाजी और गालियों से भरे एक वीडियो को शेयर करते हुए लोग कुछ ऐसा ही दावा कर रहे हैं. वीडियो में दिखता है कि एक जमावड़े में कुछ सरदार खड़े हैं और पैसों को लेकर कोई समझौता किया जा रहा है. इस सौदेबाजी के दौरान एक सिख व्यक्ति कुर्सी पर बैठे दूसरे शख्स का मुंह पकड़ रहा है और जबरदस्त हाथपाई भी कर रहा है. साथ ही “35 हजार, साढ़े 37 हजार, 40 हजार” जैसे शब्द भी सुनाई दे रहे हैं. कुर्सी पर बैठा व्यक्ति बार-बार उठ कर जाने की कोशिश करता है मगर उसे जबरदस्ती बैठाया जाता है. वीडियो में नोटों की गड्डी भी देखी जा सकती है. 

Advertisement

पंजाबी में हो रही बातचीत वाले इस वीडियो को शेयर कर रहे लोग इसे 13 फरवरी से चल रहे किसान आंदोलन से जोड़ रहे हैं. एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “एक महीने तक बॉर्डर पर बैठने का रेट पर बहस हो रही है सामने वाला व्यक्ति ₹40000 बोल रहा है लेकिन जो दलाल पैसे दे रहा है वह कह रहा है यार एक महीने का 35000 ठीक है तेरी खेती बाड़ी तो वहां मजदूर कर ही रहे हैं तेरे को बस यहां बैठता है खाना मिलेगा दारू मिलेगी तो 35000 ले ले.” 

इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भी खूब शेयर किया जा रहा है. और कहा जा रहा है किसानों को एक महीने बॉर्डर पर बैठने के लिए पैसे दिए गए हैं. 

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो पुराना है. इस वीडियो में किसान आंदोलन में बैठने के लिए नहीं, बल्कि एक ट्रैक्टर को बेचने के लिए दाम की सौदेबाजी हो रही है.

Advertisement

कैसे पता चली सच्चाई? 

रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 18 जनवरी को इंस्टाग्राम पर बेहतर क्वालिटी में पोस्ट किया गया यही वीडियो मिला. इसका कैप्शन गुरुमुखी में है जिसका हिंदी अनुवाद है - “ट्रैक्टर का सौदा होता देख लो."  कैप्शन में ‘ट्रैक्टर’ लिखा है और वीडियो में खड़े लोगों के पीछे कई ट्रैक्टर भी दिखाई दे रहे हैं.  


बेहतर क्वालिटी के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि मेज के इस तरफ दो लोग बैठे हैं जो एक पर्चे पर कुछ लिख रहे हैं. मेज के दूसरी तरफ खड़ा सिख शख्स बार-बार कह रहा है, "35 हजार में बात हुई थी” और पर्चे पर यही रकम लिखने को कह रहा है. कुर्सी पर बैठा शख्स 40 हजार की मांग कर रहा है और ऐसा न होने पर उठ कर जाने की कोशिश कर रहा है. वीडियो में एक बार साढ़े 37 हजार की बात भी होती है. कुर्सी पर बैठा शख्स कहता है कि “ट्रैक्टर भी तो देख जा के एकदम नया दूंगा.” इस अजीब सौदेबाजी के बीच पीछे खड़े लोग हंस भी रहे हैं. 

वहीं, जनवरी में अन्य फेसबुक और इंस्टाग्राम यूजर्स ने भी इस वीडियो को मजाक के तौर पर शेयर किया था. इन यूजर्स ने भी इसे ट्रैक्टर की सौदेबाजी का ही बताया था. 

Advertisement

इससे ये बात तो यहीं साफ हो जाती है कि ये घटना ट्रैक्टर की सौदेबाजी की है. गूगल सर्च करने पर हमें पता चला कि पंजाब में ट्रैक्टरों की कई मंडियां लगती हैं. इनमें सबसे बड़ी मंडी बठिंडा के ‘तलवंडी साबो’ में हर बुधवार को लगती है. हमें इसी सोशल मीडिया पर ट्रैक्टर की सौदेबाजी के ऐसे ही और वीडियो मिले जिनमें हाथापाई करते हुए ट्रैक्टर को बिकवाया जा रहा है. ऐसा ही एक वीडियो आप यहां देख सकते हैं. 

वीडियो में असल में हो क्या रहा है? 

हमने पंजाब के मानसा जिले के किसान विक्की ढिल्लन से बात की जो तलवंडी साबो की मंडी के वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर अपलोड़ भी करते रहते हैं. उन्होंने 'आजतक' को बताया कि वायरल वीडियो में काली पगड़ी पहना शख्स ट्रैक्टर बेच रहा है और गुलाबी पगड़ी वाला शख्स दलाल है. उन्होंने ये भी बताया कि ये दलाल एक मजाकिया अंदाज में ट्रैक्टरों की सौदेबाजी करते हैं, जिसमें वो उत्तेजक होने का नाटक करते हैं. शायद इसीलिए ये वीडियो इतना वायरल भी है. विक्की ने हमें ये भी बताया कि इस बातचीत में ट्रैक्टर में लगने वाले पार्ट्स की भी बात हो रही है.

थोड़ी खोजबीन करने पर हमें वायरल वीडियो भी मिल गया जिसे अब थोड़ा क्रॉप करके वायरल किया जा रहा है. ये वीडियो 17 जनवरी को एक इंस्टाग्राम पेज पर शेयर किया गया था, यानी किसान आंदोलन शुरू होने से लगभग एक महीना पहले. इसका कैप्शन था, “देखो कैसे हो रहा है सौदा ट्रैक्टर का." नीचे तस्वीरों में देखा जा सकते है कि वायरल वीडियो से इस कैप्शन और इंस्टाग्राम यूजर के नाम को ‘क्रॉप’ कर दिया गया है. 

Advertisement


साफ है कि वायरल वीडियो में किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए पैसों की सौदेबाजी नहीं हो रही है. ये वीडियो पंजाब की एक ट्रैक्टर मंडी का है, जहां ट्रैक्टर की बिक्री को लेकर रकम की बात हो रही है. 

(रिपोर्ट: सत्यम तिवारी, इनपुट: आशीष कश्यप)

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement