Advertisement

फैक्ट चेक: हाथ में गन लेकर गुड़गांव में खुलेआम घूम रहे गुंडे? जानें इस वीडियो की सच्चाई

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें मुंह पर मास्क और हाथ में बंदूक लेकर बीच सड़क पर गाड़ी से घूमते लोगों नजर आ रहे हैं. वीडियो को शेयर कर लोग दावा कर रहे हैं कि ये वीडियो गुड़गांव का हैं, जहां सड़कों पर इस तरह खुलेआम गुंडागर्दी हो रही है और बीजेपी मौन है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस वीडियो का आजतक की टीम ने फैक्ट चेक किया है.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये वीडियो हरियाणा के गुड़गांव का है, जहां बीच सड़क पर लोग बंदूक लेकर घूम रहे हैं.
सच्चाई
न तो ये वीडियो गुड़गाँव का है, न किसी असली घटना का. ये तमिलनाडु के वेल्लोर की एक यूनिवर्सिटी में एनएसजी द्वारा कराई गई मॉक ड्रिल का वीडियो है.
संजना सक्सेना
  • नई दिल्ली,
  • 05 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 7:06 PM IST

मुंह पर मास्क और हाथ में बंदूक लेकर बीच सड़क पर गाड़ी से घूमते लोगों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल है. वीडियो को शेयर करते हुए लोग ऐसा कह रहे हैं कि गुड़गांव की सड़कों पर इस तरह खुलेआम गुंडागर्दी हो रही है और बीजेपी मौन है.

फेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए एक शख्स ने लिखा, “ये विडियो तालिबान का नहीं बल्कि मोदी जी के हिंदुस्तान का है. बताया जा रहा है कि ये वायरल वीडियो भाजपा शासित राज्य हरियाणा  के  गुड़गांव है जहां एक कार में चार बंदूकधारी मुंह पर कपड़ा बांधकर खुलेआम घूम रहे हैं. आखिर हरियाणा में यह क्या चल रहा है?” ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये गुड़गाँव का नहीं बल्कि तमिलनाडु के वेल्लोर की एक यूनिवर्सिटी में हुई मॉक ड्रिल का वीडियो है.

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वीडियो में जिस सड़क पर बंदूकधारी लोग गाड़ी से जा रहे हैं, उसके किनारे ‘VIT University’ का बोर्ड लगा हुआ है. VIT यानी वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, तमिलनाडु की एक यूनिवर्सिटी है.

इसके बाद कीवर्ड सर्च की मदद से हमें इस वीडियो के बारे में कुछ न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं. इनके मुताबिक 2 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) ने वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एक मॉक ड्रिल कराई थी. ये मॉक ड्रिल तमिलनाडु पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स और एनएसजी के अधिकारियों ने वीआइटी के सिल्वर जुबली टॉवर में की थी. खबरों के मुताबिक करीब 250 सुरक्षाकर्मियों ने इस मॉक ड्रिल में हिस्सा लिया था. इसका उद्देश्य लोगों को आतंकी हमले से निपटने के लिए तैयार करना था.

Advertisement

हमें इस मॉक ड्रिल का एक और वीडियो मिला, जिसमें आतंकवादी बनकर हमला करते आदमी इमारत में घुस रहे हैं. इस वीडियो में इमारत के ठीक सामने पुलिस की गाड़ियां और कुछ पुलिसकर्मी खड़े हुए हैं. जाहिर है कि अगर असल में कुछ गुंडे इस तरह हमला करते तो पुलिस खड़े होकर उन्हें देखती नहीं रहती.

इससे जुड़ा वीडियो यहां देखें

इससे पहले भी एनएसजी ने जगह-जगह आतंकी हमलों से बचने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया है.

साफ है, वेल्लोर की एक यूनिवर्सिटी में हुई मॉक ड्रिल को हरियाणा की असली घटना बताते हुए भ्रम फैलाया जा रहा है.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement