फिलिस्तीनी संगठन हमास के चीफ इस्माइल हानिया की मौत से पूरी दुनिया में हलचल मची हुई है. खबरें हैं कि ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने हानिया की मौत के बाद ईरानी सेना को इजरायल पर हमला करने का आदेश दे दिया है. बता दें कि 31 जुलाई को ईरान की राजधानी तेहरान में हानिया की एक गेस्टहाउस पर हुए हवाई हमले में मौत हो गई थी.
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है जिसे इस्माइल हानिया का उसकी मौत से ठीक पहले का वीडियो बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि इसमें वो अपने आखिरी शब्द बोल रहा है.
वीडियो में एक घायल शख्स उंगली दिखाकर कुछ बोलते दिख रहा है. एक व्यक्ति उसके मुंह पर लगा खून साफ कर रहा है, तो एक अन्य शख्स इंजेक्शन में दवाई भरता दिख रहा है. लोगों की मानें तो वीडियो में हानिया मरने से ठीक पहले मुसलमानों से गाजा के लोगों की मदद करने की अपील कर रहा है.
ये वीडियो ट्वीट करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, "शहीद होने से पहले इस्माइल हानिया के आखिरी अल्फाज 'मुसलमानो गाजा वालों की मदद करो' ये होते हैं मर्द ए मुजाहिद. जाते जाते भी अपने कौम के मदद की अपील की. शहादत है मतलूब व मकसूद मोमिन. ना माल ए गनिमत ना किशवर कुशाई." इसका आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो न तो हालिया है, और न ही इस्माइल हानिया का. ये नवंबर 2023 का गाजा में इजरायली हमलों में घायल हुए एक शख्स का वीडियो है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये वीडियो नवंबर 2023 के कुछ ट्वीट्स में मिला. इतना तो यहीं साफ हो जाता है कि ये वीडियो इस्माइल हानिया की मौत से ठीक पहले का नहीं हो सकता.
इन ट्वीट्स में वीडियो को शेयर करते हुए बताया गया है कि ये गाजा में घायल हुए एक फिलिस्तीनी शख्स का वीडियो है. वहीं, उस समय 'गाजा नाउ' नाम के एक टेलीग्राम चैनल और एक अरबी न्यूज रिपोर्ट में भी इस वीडियो को गाजा का बताया गया था. इनके मुताबिक, खून से लथपथ ये शख्स कह रहा है, "हम सब प्रतिरोध के साथ हैं."
हमने देखा कि वायरल वीडियो पर 'Mohamed obied' लिखा हुआ है. इस नाम के बारे में सर्च करने पर हमें एक इंस्टाग्राम अकाउंट मिला. ये अकाउंट मोहम्मद ओबीद नाम के एक फिलिस्तीनी पत्रकार का है.
इस अकाउंट पर इजरायली हमलों में घायल हुए फिलिस्तीनी लोगों के कई वीडियो मौजूद हैं. वायरल वीडियो भी इसी अकाउंट से 6 नवंबर 2023 को शेयर किया गया था वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन के मुताबिक, इस शख्स के बच्चों की 'बीच कैंप' में मौत हो गई थी. 'अल-शती', जिसे 'बीच कैंप' के नाम से भी जाना जाता है, एक फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर है जो उत्तरी गाजा पट्टी में स्थित है.
इस शख्स के बारे में और जानकारी लेने के लिए हमने पत्रकार मोहम्मद ओबीद से संपर्क किया. उन्होंने 'आजतक' से इस बात की पुष्टि की कि ये वीडियो उन्होंने खुद 6 नवंबर 2023 को गाजा के अल शिफा अस्पताल में शूट किया था. वीडियो में दिख रहा शख्स जख्मी हालत में भर्ती हुआ था और उसके परिवार के कुछ सदस्यों की इजरायली हमले में मौत हो गई थी.
साफ है, गाजा में हुए इजरायली हमले में घायल हुए एक शख्स के पुराने वीडियो को हमास चीफ इस्माइल हानिया का आखिरी वीडियो बताते हुए शेयर किया जा रहा है.
संजना सक्सेना