रविवार यानी 13 अक्टूबर को लेबनान के संगठन हिज्बुल्लाह ने इजरायल के आर्मी बेस पर ड्रोन से हमला किया जिसमें आईडीएफ के चार जवान मारे गए और कई घायल हुए. इसी के मद्देनजर सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें किसी फैक्टरी जैसी जगह पर जोरदार धमाका होते हुए देखा जा सकता है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये इजरायली आर्मी का वही बेस है जिसे हिज्बुल्लाह ने मिसाइलों से हमला कर पूरी तरह नष्ट कर दिया.
इस दावे के साथ ये वीडियो फेसबुक और एक्स पर सैकड़ों लोग शेयर कर चुके हैं. वायरल पोस्ट का आर्कइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि इस वीडियो का इजरायल-लेबनान के बीच जारी मौजूदा युद्ध से कोई संबंध नहीं है. ये वीडियो इंटरनेट पर 2015 से मौजूद है.
कैसे पता की सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इसका लंबा वर्जन यूट्यूब पर मिला. यहां इसे 19 नवंबर 2015 को शेयर किया गया था. वीडियो के टाइटल में लिखा है कि ये चीन के एक केमिकल प्लांट में हुए धमाके का वीडियो है. यहां इतनी बात तो साफ हो गई कि वीडियो अभी का नहीं बल्कि काफी पुराना है.
कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें ये वीडियो अमेरिकन मिलिट्री को कवर करने वाली वेबसाइट “Military.com” पर मिला. यहां बताया गया है कि ये वीडियो चीन के झेजिआंग प्रांत का है जहां एक केमिकल पलांट में 17 नवंबर 2015 को ये धमाका हुआ था.
हालांकि अंग्रेजी और मंदारिन भाषा के कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें ऐसी कोई विश्वसनीय खबर नहीं मिली जिसमें बताया गया हो कि चीन के किसी केमिकल प्लांट में नवंबर 2015 में धमाका हुआ हो. लेकिन हमें कुछ ऐसी खबरें जरूर मिलीं जिनमें 6 सितंबर 2015 को झेजिआंग प्रांत के लिशुई शहर के केमिकल प्लांट में धमाका होने के बारे में बताया गया है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक खबर में इस मामले के बारे में पढ़ा जा सकता है.
यहां हम वायरल वीडियो के लोकेशन की पुष्टि नहीं करते लेकिन ये बात साफ है कि ये लगभग नौ साल पुराना है. ये हिज्बुल्लाह द्वारा इजरायल पर किए गए ड्रोन अटैक का वीडियो नहीं है. इस वीडियो को फरवरी 2024 में हिमाचल प्रदेश की एक फैक्टरी में लगी आग का बताकर भी शेयर किया गया था. उस समय भी इंडिया टुडे ने इसका खंडने करते हुए खबर की थी.