दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान एक वीडियो सामने आया, जिसमें एक युवक लाल रंग की टी-शर्ट में फायरिंग करता हुआ दिख रहा है. इस दौरान वह एक पुलिसकर्मी पर भी असलहा तान देता है. सोशल मीडिया पर यह वीडियो खूब वायरल हुआ. हिंसा और अफरा-तफरी के बीच उस युवक की पहचान शाहरुख के रूप में हुई जो शाहदरा का रहने वाला है.
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा की यह घटना 24 फरवरी को घटी. हालांकि, कई सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि गोली चलाने वाला युवक शाहरुख नहीं, बल्कि कोई अनुराग मिश्रा है.
फेसबुक पेज “Ruhani ILAAJ AASAN Amal” ने कुछ फोटो की सीरीज पोस्ट की है और हिंदी में कैप्शन लिखा है, “शाहरुख तो अनुराग मिश्रा निकले, पुलिस और मीडिया का इस्लामोफोबिक नज़रिया देखो क्या प्रोपेगेंडा मचा रखा था.”
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि शाहरुख और अनुराग मिश्रा दो अलग-अलग लोग हैं. अनुराग मिश्रा की फेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक, वे पेशे से एक्टर हैं.
कई अन्य फेसबुक यूजर्स जैसे Satish Momi Sirsa , Abdul Latif Shaikh और Moazzam Pasha ने भी ऐसा ही दावा किया है.
इस दावे की पड़ताल के लिए हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट मिलीं, जिसमें पुलिस ने कहा है कि जिस आदमी को उन्होंने गिरफ्तार किया है उसकी पहचान 33 वर्षीय शाहरुख के रूप में हुई है. वह दिल्ली के शाहदरा का निवासी है. न्यूज एजेंसी ANI ने भी दिल्ली पुलिस का बयान ट्वीट किया था.
दूसरी तरफ, Anurag D. Mishra की फेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक, वे पेशे के एक्टर हैं और मुंबई में रहते हैं. वह दादरा-नागर हवेली के निवासी हैं. उन्होंने अपने फेसबुक पर स्पष्टीकरण देते हुए एक वीडियो पोस्ट किया है और कहा है कि वे अनुराग हैं और जो लोग फेसबुक पर इस तरह की फर्जी खबर फैला रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
इस तरह पड़ताल में साफ हुआ कि अनुराग मिश्रा अलग व्यक्ति है और दिल्ली के जाफराबाद में हिंसा में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार हुआ युवक अलग व्यक्ति है. गिरफ्तार हुए युवक का नाम शाहरुख है.