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फैक्ट चेक: हैदराबाद एनकाउंटर के नाम पर वायरल हुई चार साल पुरानी तस्वीर

वायरल तस्वीर में जमीन पर पड़ी कुछ लाशों के पास कुछ पुलिसकर्मी खड़े नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को हैदराबाद एनकाउंटर से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
शुक्रवार को हैदरबाद में हुए एनकाउंटर के बाद की तस्वीर
सच्चाई
ये तस्वीर अप्रैल 2015 की है, जब आंध्र प्रदेश पुलिस के एक कथित एनकाउंटर में 20 चंदन तस्कर मारे गए थे.
अर्जुन डियोडिया
  • नई दिल्ली,
  • 06 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 9:00 PM IST

हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के चारों आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार सुबह एनकाउंटर में मार गिराया. पुलिस के इस कदम पर उनको सराहना भी मिल रही है, वहीं कुछ लोगों ने इस एनकाउंटर पर सवाल भी खड़े किये हैं. इसी को लेकर सोशल मीडिया पर एक तस्वीर भी खूब शेयर की जा रही है.

वायरल तस्वीर में जमीन पर पड़ी कुछ लाशों के पास कुछ पुलिसकर्मी खड़े नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को हैदराबाद एनकाउंटर से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. कुछ मीडिया संस्थानों ने भी इसे हैदराबाद एनकाउंटर के बाद की तस्वीर बताकर टीवी पर प्रसारित किया है.

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इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि इस तस्वीर का शुक्रवार को हैदराबाद में हुए एनकाउंटर से कोई लेना देना नहीं. ये तस्वीर अप्रैल, 2015 की है जब आंध्र प्रदेश पुलिस के एक कथित एनकाउंटर में 20 चंदन तस्कर मारे गए थे.

वायरल तस्वीर को हैदराबाद एनकाउंटर  के बाद का बताकर हजारों लोग शेयर कर चुके हैं. जी न्यूज , इंडिया टुडे, टीवी 9 सहित कुछ न्यूज़ चैनल्स ने भी इसे हैदरबाद एनकाउंटर के बाद की तस्वीर बताकर टीवी पर प्रसारित किया.

वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें The Hindu  का एक आर्टिकल मिला जिसमें  ये तस्वीर मौजूद थी. खबर के मुताबिक, 7 अप्रैल 2015 को लाल चंदन की तस्करी रोकने के लिए बनी टास्कफोर्स ने सेशाचलम के जंगलों में 20 लकड़हारों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था.

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इन लकड़हारों को पुलिस ने लाल चंदन के पेड़ गिराते हुए पकड़ लिया था. पहले तस्करों को आत्समर्पण करने का मौका भी दिया गया, लेकिन तस्करों ने पुलिस पर ही पत्थरबाजी कर दी, जिसकी जवाबी कारवाई में  पुलिस को गोली चलानी पड़ी.

शुक्रवार को हैदरबाद में हुए एनकाउंटर की भी कुछ तस्वीरें मीडिया में जारी हुई हैं, जिन्हें यहां देखा जा सकता है.

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