सरेआम एक शख्स को मौत की सजा देते एक आदमी की चौंकाने वाली फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. फोटो के साथ दावा ये है कि यमन की अदालत ने बच्ची से रेप करने वाले एक दोषी को जनता के बीच गोली मारने की सजा सुनाई.
वायरल तस्वीर में जमीन पर एक शख्स उल्टा लेटा नजर आ रहा है. उसके ऊपर एक वर्दीधारी आदमी खड़ा है जो शख्स के सिर पर राइफल ताने हुआ है. गौर करने वाली बात ये है कि इस भयावह दृश्य को दर्जनों लोग खड़े होकर देख रहे हैं.
फेसबुक पर इस फोटो को शेयर करते हुए यूजर्स ने कैप्शन में लिखा, "यमन में एक दरिंदे ने बच्ची का रेप कर दिया था, वहां की अदालत ने बलात्कारी को जनता के बीच गोली मारने के आदेश दिया. ताकि आगे से कोई बेटियों की इज़्ज़त पर हाथ डालने से पहले 100 बार सोचे!"
ट्विटर पर भी ये पोस्ट काफी वायरल है. इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये यमन की 2009 की घटना है, जिसमें अपराध किसी बच्ची के खिलाफ नहीं, बल्कि एक 11 साल के लड़के के साथ हुआ था. हालांकि, ये सच है कि दोषी को सरेआम गोली मारने की सजा दी गई थी.
केसै पता कि सच्चाई?
वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च की मदद खोजने पर हमें ये 'सीबीएस न्यूज' के आर्काइव्ड वर्जन में मिली. 6 जुलाई 2009 को छपी इस खबर में इस घटना की अलग-अलग तस्वीरें देखी जा सकती हैं. खबर के अनुसार, यमन में मौत की सजा पाने वाले इस शख्स का नाम येह्या हुसैन था जो पेशे से एक नाई था. उसने एक लड़के के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी थी.
इस जानकारी के आधार पर कीवर्ड सर्च करने पर हमें 7 जुलाई 2009 को छपी 'डेली मेल' की एक रिपोर्ट मिली जिसमें वायरल फोटो मौजूद है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2008 के दिसंबर महीने में ईद उल-अजहा के मौके पर हमादी-अल-क़बास नाम का एक 11 साल का लड़का बाल कटवाने के लिए एक सैलून में गया था.
लेकिन उस सैलून में येह्या हुसैन ने पहले उस लड़के के साथ रेप किया और फिर उसके शरीर को दो हिस्सों में काटकर यमन की राजधानी सना के बाहर दफना दिया. 6 जुलाई 2009 को छपी 'द सन डिएगो यूनियन ट्रिब्यून' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ने अदालत में अपना जुर्म कबूल कर लिया था, जिसके बाद अदालत ने उसे खुलेआम सजा-ए-मौत सुनाई.
इन रिपोर्ट्स में बताया गया है कि दोषी को गोली मारने से पहले उसके हाथ बांधकर शहर में घुमाया गया था. उसे चार गोली मारी गई थीं. सजा से पहले उसे नमाज पढ़ने का मौका दिया गया था.
हालांकि ये बात सच है कि यमन में रेप के दोषियों को अक्सर मौत की सजा सुनाई जाती है. इस तरह की कुछ रिपोर्ट्स यहां पढ़ी जा सकती हैं.
(रिपोर्ट: ऋद्धीश दत्ता )