बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के नाथूराम गोडसे को राष्ट्रभक्त बताने पर पीएम मोदी ने उन्हें माफ ना करने बात कही है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर के जरिए दावा किया जा रहा है कि मोदी खुद ही गोडसे की पूजा कर रहे थे. तस्वीर में मोदी एक शख्स की मूर्ति के सामने हाथ जोड़कर खड़े हैं और कैप्शन में दावा किया गया है कि ये नाथूराम गोडसे की मूर्ति है. तस्वीर में मोदी के साथ उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु भी दिखाई दे रहे है.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया की तस्वीर में दिख रही मूर्ति नाथूराम गोडसे की नहीं, बल्कि RSS विचारक और भारतीय जनसंघ नेता रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय की है.
इस पोस्ट को Awaken India नाम के एक फेसबुक पेज ने शेयर किया है जिसे अभी तक एक हजार से भी ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है.
फोटो को रिवर्स सर्च करने पर पता चला कि ये तस्वीर 6 अप्रैल 2017 को दिल्ली स्थित बीजेपी कार्यालय में ली गई थी. इस दिन बीजेपी का 37वां स्थापना दिवस था. नरेंद्र मोदी अन्य कुछ नेताओं के साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धांजलि देने आये थे. मीडिया में भी इस पर प्रमुखता से खबर छपी थी.
पिछले साल भी ये भ्रामक खबर खूब वायरल थी उस समय भी कई फैक्ट चेकर्स ने इसे खारिज किया था.