उत्तर प्रदेश में चुनाव की गहमा-गहमी के बीच कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर से सैकड़ों करोड़ कैश बरामद होने के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर में कहा कि उसके तार समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं, वहीं सीएम अखिलेश यादव ने तंज कसा है कि पीयूष बीजेपी का आदमी है और बीजेपी ने गलती से अपने ही व्यवसायी के यहां छापा डलवा दिया.
इस बीच सोशल मीडिया पर ‘न्यूज 24’ चैनल के नाम से एक कथित खबर का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है, जिस पर ब्रेकिंग न्यूज लिखी है, ‘150 करोड़ वाला पीयूष जैन भाजपा का सदस्य’.
इसके साथ ही, कैप्शन में लिखा है, “अखिलेश यादव जी, ‘News 24’ से अंजाने में गलती हुई है. हमने भाजपा के कहने पर आपकी छवि धूमिल किया जिसके लिए हमारा चैनल आपसे माफी मांगता है.”
एक फेसबुक यूजर ने इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा, “वो दिन दूर नहीं जब भाजपा पूरे देश से माफ़ी माँगेगी.”
हमने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल स्क्रीनशॉट एक सॉफ्टवेयर के जरिये बनाया गया है. ‘न्यूज 24’ चैनल ने न तो पीयूष जैन के बीजेपी सदस्य होने की कोई खबर चलाई है और न ही ट्विटर पर अखिलेश यादव से माफी मांगी है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल स्क्रीनशॉट को ध्यान से देखने पर पीले अक्षरों के पीछे कुछ सफेद रंग के धुंधले अक्षर देखे जा सकते हैं. साफ पता चल रहा है कि सफेद रंग से लिखी किसी हेडलाइन को मिटाकर पीले अक्षरों में ‘150 करोड़ वाला पीयूष जैन भाजपा का सदस्य’ लिखा गया है.
हमने इस स्क्रीनशॉट की तुलना ‘न्यूज 24’ की एक असली खबर के स्क्रीनशॉट से की. दोनों के फॉन्ट और स्टाइल का अंतर साफ देखा जा सकता है.
‘News 24’ ने भी एक ट्वीट करके इस वायरल स्क्रीनशॉट को फर्जी बताया है.
कौन हैं पीयूष जैन?
पीयूष जैन का कारोबार कानपुर से लेकर मुंबई और गुजरात तक में फैला है. 40 से ज्यादा कंपनियों के मालिक पीयूष मूल रूप से कन्नौज के रहने वाले हैं. उनकी कंपनी का इत्र एक्सपोर्ट भी होता है. साथ ही, उनकी कंपनी विशेष कंपाउंड भी बनाती है जो गुटखा और ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों में सप्लाई होता है.
पीयूष का किसी राजनैतिक पार्टी से संबंध है या नहीं, इसके बारे में हम पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सकते. क्योंकि इस बारे में अभी तक कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है.