हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा में लालकृष्ण आडवाणी के कथित तौर पर अपमान को मुद्दा बनाया था. उन्होंने अपने एक भाषण में कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आडवाणी जी को जूता मारकर स्टेज से उतार दिया था जिसको लेकर काफी चर्चा हुई. इस बीच सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के जरिए यह दिखाने की कोशिश हो रही है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी लालकृष्ण आडवाणी की बेइज्जती की.
वीडियो के कैप्शन में लिखा हुआ है- "खुलेआम बेइज्जती! अहंकार की पराकाष्ठा अपने बुजुर्ग नेता को पीछे भेज रहे हैं जिन्होंने पार्टी को खड़ा किया."
वीडियो में दो हिस्से हैं, पहले हिस्से में एक फोटो में भाजपा के एक मंच पर मोदी, शाह और आडवाणी दिखाई दे रहे हैं. फोटो में अमित शाह आडवाणी को ऊंगली से पीछे की तरफ इशारा करते हुए नज़र आ रहे हैं. वीडियो के दूसरे हिस्से में दिखाई दे रहा है कि पहले शाह और आडवाणी कुछ बात करते हैं फिर शाह आडवाणी को पीछे जाने का इशारा करते हैं और आडवाणी चले जाते हैं.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी तफ्तीश में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. वायरल वीडियो को जानबूझकर काट कर पेश किया जा रहा है ताकि इससे गलत अर्थ निकले.
इस वीडियो को "AAP Journal" नाम के एक फेसबुक पेज सहित कई लोगों ने शेयर किया है. यह वीडियो हज़ारो में शेयर किया जा चुका है.
वायरल वीडियो में "Political Kida" का एक 'लोगो' दिखाई दे रहा है. Political Kida फेसबुक पर एक पेज का नाम है. इस पेज पर आडवाणी का यही वीडियो पूरा देखा जा सकता है. पूरे वीडियो को देखकर मामला साफ हो जाता है. वायरल वीडियो में इसी वीडियो को शरारतपूर्ण तरीके से काट दिया गया है जिसे देखकर ये धोखा हो सकता है कि अमितशाह आडवाणी को पीछे जाने को कह रहे हैं, लेकिन कहानी कुछ और है.
असली वीडियो में देखा जा सकता है कि अमित शाह दरअसल आडवाणी को पीछे बने मंच की तरफ जाने का इशारा कर रहे हैं जहां से उन्हें भाषण देना था. देखा जा सकता है कि आडवाणी मंच पर जाते भी हैं. असली वीडियो में भी नेताओं की आवाज सुनाई नहीं दे रही है, लेकिन देखने से यह भी लगता है कि पहले शाह आडवाणी से पूछते हैं कि वे बैठ कर बोलेंगे या मंच पर, जिस पर आडवाणी बोलते हैं कि वे मंच पर जाकर भाषण देंगे.
यह वीडियो अगस्त 2014 में दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुए भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन का है. इस कार्यक्रम में बीजेपी के कई दिग्गज नेता मौजूद थे. वीडियो में एक जगह पर अमित शाह आडवाणी के पैर छूते हुए भी नज़र आ रहे हैं.
बीजेपी में लालकृष्ण आडवाणी का अपमान होने लगा है या नहीं ये बहस का विषय है, लेकिन कम-से-कम इस वीडियो में आडवाणी की बेइज्जती का दावा गलत है.