'योगी आदित्यनाथ ने दिया अपना नंबर 09454404444 अगर कोई भी परेशानी हो तो इस नंबर पर सीधा व्हॉट्सएप करें. 3 घंटे के अंदर होगी कार्रवाई.'
सोशल मीडिया पर ये मोबाइल नंबर तेजी से वायरल हो रहा है. कई फेसबुक पेज इस पोस्ट को साझा किया जा रहा है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल हो रहा मोबाइल नंबर योगी आदित्यनाथ का नहीं है. वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
पोस्ट में शेयर किए जा रहे मोबाइल नंबर को जब हमने मोबाइल नंबर्स की जानकारियां बताने वाले एप ट्रूकॉलर पर सर्च किया तो इस पर 'Yogi Yoggi Yog( Yogi Yoggi. Cm)' लिखा हुआ मिला.
वहीं, जब इस नंबर को इंटरनेट पर सर्च किया तो हमें इससे जुड़े कुछ न्यूज आर्टिकल मिले. 'अमर उजाला' में प्रकाशित खबर के अनुसार नवंबर 2016 में उत्तर प्रदेश राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने यह वाट्सएप नंबर जारी किया था. ट्रेनों में अपराध और भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए चौबीस घंटे मौजूद रहने वाली ये सुविधा शुरू की गई थी. 'आजतक ' ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था.
मोबाइल नंबर की वर्तमान स्थिति जानने के लिए हमने यूपी राजकीय रेलवे पुलिस में इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) विजय प्रकाश से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि वायरल हो रहा नंबर जीआरपी का ही है और इस नंबर के जरिए रेल यात्रियों की मदद की जाती है.
मोबाइल नंबर पर मिलने वाले मैसेस के बारे में हमने जीआरपी कंट्रोल रूम से भी बात की. ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी ने बताया कि आमतौर पर इस नंबर पर रेल यात्रियों के ही मैसेज आते हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से कुछ ऐसे व्हॉट्सएप मेसेज भी आ रहे हैं, जिसमें लोग सीएम योगी से मदद की गुहार लगाते नजर आते हैं. ऐसा सोशल मीडिया के इस फर्जी पोस्ट की वजह से हो सकता है. इस नंबर पर आने वाले तमाम व्हॉट्सएप मैसेज पर जीआरपी कंट्रोल रूम से ही नजर रखी जाती है.
पड़ताल में स्पष्ट हुआ कि वायरल मोबाइल नंबर योगी आदित्यनाथ का नहीं बल्कि यूपी राजकीय रेलवे पुलिस का हैल्पलाइन नंबर है.