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फैक्ट चेक: पुलिस ने गोरखपुर में महिलाओं को लाठियों से नहीं पीटा, वायरल वीडियो पुराना कर्नाटक का

सोशल मीड‍िया पर दावा क‍िया जा रहा है क‍ि गोरखपुर में ईवीएम से छेड़छाड़ का विरोध करने पर महिलाओं की पुलिस ने पिटाई की. पड़ताल से साफ है कि न तो यह वीडियो गोरखपुर का है न ही इन महिलाओं को ईवीएम से छेड़छाड़ का विरोध करने पर पीटा गया था.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
गोरखपुर में ईवीएम से छेड़छाड़ का विरोध करने पर महिलाओं को पुलिस ने पीटा.
सच्चाई
यह वीडियो कर्नाटक के बेलगावी शहर का है. इन महिलाओं पर देह व्यापार और अन्य कुछ अपराध में लिप्त होने का शक था, इन्होंने जब भागने की कोशिश की तो पुलिस ने इन्हें पीटा.
खुशदीप सहगल
  • नई द‍िल्ली,
  • 13 फरवरी 2019,
  • अपडेटेड 12:06 AM IST

सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है जिसमें कुछ महिलाओं पर पुलिस लाठियों से बर्बर प्रहार करती दिख रही है. वीडियो में महिलाओं को दर्द से चीखते सुना जा सकता है. वायरल वीडियो के दावे के मुताबिक गोरखपुर में ईवीएम से छेड़छाड़ का विरोध करने पर इन महिलाओं की पुलिस ने पिटाई की.

    

इस पोस्ट को यहां आर्काइव देखा जा सकता है.

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पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है -  "हाथी का बटन दबाने पर वोट जा रहा है फूल को, ईवीएम का विरोध करने पर महिलाओं पर लाठियां बरसाती पुलिस, यह घटना गोरखपुर वार्ड नंबर 17 की है"

बता दें कि यह वीडियो नवंबर 2017 में भी खूब शेयर किया गया था तब इसे फेसबुक पेज 'भीम सेना'  ने अपलोड किया था. हाल में ये वीडियो सोशल मीडिया पर दोबारा शेयर किया जाने लगा.  

इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने अपनी पड़ताल में पाया कि वीडियो के साथ किया गया दावा पूरी तरह फर्जी है. दरअसल ये वीडियो कर्नाटक के बेलगावी (या बेलगाम) शहर का है.

इस पोस्ट को अभी तक 35000 से भी ज्यादा बार शेयर किया जा  चुका है. साथ ही इसे करीब 9 लाख बार देखा जा चुका है.

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InVID टूल की मदद से हमें पता चला की यह वीडियो सितम्बर 2015 का है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इन महिलाओं पर देह व्यापार और अन्य कुछ अपराधों में लिप्त होने का शक था. जब इन महिलाओं ने बचकर भागने की कोशिश की तो पुलिस ने इनकी पिटाई कर दी. उस समय भी यह वीडियो जमकर वायरल हुआ था. इस घटना के बाद चार पुलिस वालो को निलंबित किया गया. घटना के पूरे वीडियो को रीजनल और नेशनल मीडिया ने कवर किया था.

हमारी पड़ताल से साफ है कि न तो यह वीडियो गोरखपुर का है न ही इन महिलाओं को ईवीएम से छेड़छाड़ का विरोध करने पर पीटा गया था.

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