बसपा प्रमुख मायावती की एक फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है जिसमें वे उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को एक दस्तावेज सौंपती नजर आ रही हैं.
ऐसा कहा जा रहा है कि ये तस्वीर हाल की ही है और इस मुलाकात में मायावती ने आनंदीबेन से किसानों की समस्याओं को लेकर बात की.
वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, “आज दिनांक 8.12.2020 को बसपा सुप्रीमो पूर्व मुख्यमंत्री उ प्र आदरनीया बहन कु मायावती जी ने राजभवन जाकर राज्यपाल आदरनीय आनंदी बेन पटेल जी को ज्ञापन सौंपा. किसानो के सम्मान में बहेन जी आयी मैदान में जय भीम बसपा जिन्दाबाद.”
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर साल 2019 की है. तब मायावती महिला अपराधों के मुद्दे को लेकर आनंदीबेन से मिली थीं और उन्हें ज्ञापन सौंपा था.
‘मैं भी कांशीराम’, ‘रीयल एससी एसटी ग्रुप ऑफ इंडिया’ और ‘युवा बीएसपी’ जैसे फेसबुक पेजों पर ये दावा काफी वायरल है. ट्विटर पर भी बहुत सारे लोग इसे शेयर कर रहे हैं.
एक अन्य यूजर ने यही तस्वीर शेयर की जिसके ऊपरी तरफ लिखा है, “आदरणीय बहन कुमारी मायावती जी ने किसानों की मांगों को लेकर माननीय राज्यपाल आनंदीबेन जी को ज्ञापन सौंपा और तीन कृषि अध्यादेशों पर सरकार से किसानों की मांगों को मानने की अपील की. आदरणीय बहन कुमारी मायावती जी जिंदाबाद.”
क्या है सच्चाई
वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर ये हमें न्यूज एजेंसी ‘एएनआई यूपी’ की ट्विटर वॉल पर मिली. यहां इसे 7 दिसंबर 2019 को शेयर किया गया था. यहां इसके साथ कैप्शन लिखा है, “लखनऊ: प्रदेश में बढ़ते महिला अपराधों को लेकर आज बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राजभवन में मिलीं.”
वायरल तस्वीर हमें ‘द हिंदुस्तान टाइम्स’ की एक रिपोर्ट में भी मिली. 7 दिसंबर 2019 को छपी इस रिपोर्ट में लिखा है कि मायावती ने आनंदीबेन से मुलाकात में उनसे अनुरोध किया था कि वे भी एक महिला हैं, लिहाजा उत्तर प्रदेश में बढ़ते महिला अपराधों को देखते हुए अपने संवैधानिक अधिकारों का इस्तेमाल करें और उचित कदम उठाएं.
‘आउटलुक’ की 7 दिसंबर 2019 की एक रिपोर्ट में वो ज्ञापन भी पोस्ट किया गया है, जो मायावती ने आनंदीबेन को सौंपा था.
उन्नाव केस के बाद हुई थी ये मुलाकात
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक बलात्कार पीड़िता लड़की को आरोपियों ने केरोसिन का तेल डालकर जला दिया था जिसके कुछ ही दिनों बाद उसकी मौत हो गई थी. इसके घटना के बाद ही मायावती आनंदीबेन से मिलने गई थीं.
किसान आंदोलन के पक्ष में बोली हैं मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने मौजूदा किसान आंदोलन के पक्ष में कई ट्वीट किए हैं. उन्होंने किसानों का समर्थन करने के साथ साथ केंद्र सरकार से यह भी अपील की कि तीन नये कृषि कानून वापस लेने की किसानों की मांग मानी जाए. उन्होंने हाल में हुए किसानों के भारत बंद का भी समर्थन किया था. ऐसा ही एक ट्वीट नीचे देखा जा सकता है.
कृषि से सम्बंधित तीन नये कानूनों की वापसी को लेकर पूरे देश भर में किसान आन्दोलित हैं व उनके संगठनों ने दिनांक 8 दिसम्बर को ’’भारत बंद’’ का जो एलान किया है, बी.एस.पी उसका समर्थन करती है। साथ ही, केन्द्र से किसानों की माँगों को मानने की भी पुनः अपील।
— Mayawati (@Mayawati) December 7, 2020पड़ताल से ये बात साफ है कि हालांकि मायावती ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है, पर इस मामले को लेकर उनके आनंदीबेन पटेल से मिलने की जो फोटो वायरल हो रही है, वह पिछले साल की है. उस वक्त मायावती ने उत्तर प्रदेश में बढ़ते महिला अपराधों को लेकर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की थी.