किसान आंदोलन की वजह से हुई पुलिस बैरिकेडिंग से दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में ट्रैफिक की समस्या खड़ी हो गई है. इस बीच एक बुजुर्ग महिला का प्रदर्शनकारियों को पंजाबी में फटकार लगाने का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया यूजर्स इस वीडियो को हाल में चल रहे किसान आंदोलन से जोड़कर शेयर कर रहे हैं.
चक्का-जाम कर रोड के बीचों-बीच बैठे प्रदर्शनकारियों से महिला पंजाबी में कह रही है कि जब सरकार ने तुम्हारी सारी मांगें मान ली हैं तो फिर रोज रोज क्यों सड़क जाम करके बैठ जाते हो. एक एक्स यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “किसान आंदोलन से तंग आ कर पंजाब की बजुर्ग महिला ने क्या कहा जरा सुनिए.”
विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने भी वायरल वीडियो को कुछ ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया. आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो नवंबर 2022 का है और इसका हालिया किसानों के प्रदर्शन से कोई संबंध नहीं है. पैसों के विवाद को लेकर ये प्रदर्शन पटियाला के पाटरन में पेट्रोल पंप मालिकों द्वारा किया गया था.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड सर्च की मदद से हमें ये वीडियो नवंबर 2022 के कई फेसबुक पोस्ट्स ( ) में मिला. इन पोस्ट में वीडियो को किसानों की नाकेबंदी का का बताया गया है. इतना तो यहीं साबित हो जाता है कि ये वीडियो किसानों के हालिया विरोध प्रदर्शन का नहीं है.
वीडियो में हमें रोड के बीच में खड़ी एक बस दिखाई दी जिस पर ‘जगदम्बे’ लिखा हुआ है. इस जानकारी की मदद से खोजने पर हमें पंजाब में पटियाला स्थित ‘जगदंबे बस सर्विस’ नाम का एक फेसबुक अकाउंट मिला. इस पेज पर हमें कई बसों की तस्वीरें मिलीं जो वायरल वीडियो में दिख रही बस से मेल खाती हैं.
इसके बाद, आजतक ने इस ट्रैवल कंपनी के मालिक केशव किंकर सिंगला से बात की. उन्होंने बताया कि ये घटना 3 नवंबर, 2022 की है. वो जगदम्बे ट्रैवल्स कंपनी के अलावा पाटरन में एक पेट्रोल पंप के भी मालिक हैं. उन्होंने आगे बताया कि पेट्रोल पंप के पैसे के लेन-देन को लेकर उनका एक शराब ठेके के मालिक के साथ विवाद चल रहा था. इसी को लेकर ये प्रदर्शन आयोजित किया गया था.
केशव ने आजतक से कहा, “ये प्रदर्शन मैंने खुद अपने पेट्रोल पंप के बाहर करवाया था और उस वक्त मैं वहीं मौजूद था. मुझे आप वीडियो में भी देख सकते हैं. इसी दौरान कुछ किसान नेता वहां से गुजर रहे थे. एकजुटता दिखाते हुए वो हमारे समर्थन में वहीं बैठ गए थे. हालांकि, इस प्रदर्शन का किसी भी किसान आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है.”
केशव ने हमें आगे जानकारी दी कि वीडियो में दिख रही ये महिला प्रदर्शन के दौरान वहां से गुजर रही थी. लेकिन नाकाबंदी से नाराज होकर उसने प्रदर्शनकारियों पर चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया.
इसके अलावा, केशव ने हमें प्रदर्शनस्थल की एक वीडियो रिपोर्ट भी भेजी. इसमें पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बयान सुने जा सकते हैं. इसे देखकर ये पुष्टि हो जाती है कि पेट्रोल पंप मालिकों और एक शराब की दुकान के मालिक के बीच विवाद को लेकर बुलाए गए प्रदर्शन को हालिया किसान आंदोलन से जोड़कर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है.