प्रियंका गांधी की राजनीति में हालिया एंट्री ने न सिर्फ राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है बल्कि सोशल मीडिया पर भी इसकी काफी धमक देखी जा सकती है. नवनियुक्त कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की एक वीडियो क्लिप फेसबुक पर खूब शेयर की जा रही है. इस वीडियो केजरिये ऐसा संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि उन्हें शराब की लत है और वे सार्वजनिक जगहों पर भी नशे की हालत में पहुंच जाती हैं.
पोस्ट को यहां आर्काइव देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो करीब 9 महीने पुराना है और इसे जैसे संदर्भ में पेश किया जा रहा है वह पूरी तरह झूठा है.
15 सेकंड के वीडियो को फेसबुक यूजर विमल शर्मा ने पोस्ट किया. इसमें प्रियंका को गुस्से में तमतमाए देखा जा सकता है. वीडियो को ये रिपोर्ट लिखे जाने तक 6,200 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका था.
वायरल वीडियो में प्रियंका को गुस्से में कहते सुना जा सकता है- 'सोचो तुम क्या कर रहे हो, जिसको धक्का मारना है वो घर चल जाएं...'
वीडियो का कैप्शन दिया गया है- 'शाम होते ही शराब के नशे में चूर हो जाने वाली से कांग्रेस को उम्मीद हो सकती है मगर देश को नहीं है, लिखकर रख लो ये पप्पू से भी बड़ा पप्पू साबित होगी. कांग्रेस का अंतिम संस्कार भाई-बहन मिल कर ही करेंगे. #PriyankaPolitics'
जब हमने वीडियो को रिवर्स सर्च किया तो पाया कि ये घटना 12 अगस्त 2018 को हुई थी जब यूपी के उन्नाव और जम्मू कश्मीर के कठुआ में हुई रेप की दो घटनाओं पर विरोध जताने के लिए राहुल गांधी की अगुआई में दिल्ली के इंडिया गेट से कैंडल मार्च निकाला गया था. इस मार्च में प्रियंका गांधी ने भी अपने बच्चों के साथ हिस्सा लिया था.
इसी विरोध मार्च के दौरान प्रियंका और उनके बच्चों को बेकाबू भीड़ की ओर से धक्के का सामना करना पड़ा, इसी वजह से प्रियंका को धक्का देने वालों को गुस्से में डांटते देखा गया. इस घटना को फाइनेंशियल एक्सप्रेस जैसे प्रमुख मीडिया संस्थानों ने रिपोर्ट किया. इनमें प्रियंका को उसी नीले कुर्ते को पहने देखा जा सकता है जो उन्होंने वायरल वीडियो में पहन रखा है.
हमने पूरा वीडियो यहां देखा , जिसमें वो भीड़ के बीच से निकलने के लिए मशक्कत करते देखा जा सकता है.
न्यूज एजेंसी ANI ने इसे ट्वीट किया है और कैप्शन में घटना के बारे में बताया है. ये साफ है कि पिछले साल के कैंडल मार्च में गुस्से में दिख रहीं प्रियंका वाले वीडियो को गलत संदर्भ में पेश कर लोगों को भ्रमित किया गया.