क्या सऊदी अरब में लोग अपने जूते दिखाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे? फेसबुक पर एक फोटो वायरल है जिसमें अरब के कुछ लोग हाथ में जूते और मोदी के पोस्टर लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
क्या है दावा
फेसबुक यूजर “Rubi Khatun” ने 25 फरवरी, 2018 को एक तस्वीर पोस्ट की है जिसे लोग फेसबुक पर अब भी शेयर कर रहे हैं. यूजर ने फोटो के साथ हिंदी और उर्दू में लिखा है, “सऊदी अरब में मोदी के खिलाफ जूते चप्पल के साथ सड़कों पर उतरे लोग हिंदुस्तान के मुस्लिमों के साथ हो रहे अत्त्याचार ओर 3 तलाक के बहाने शरीयत के साथ छेड़छाड़ की कोशिश के विरोध में मोदी के पोस्टर को दिखाए जूते चप्पल”.
क्या है सच
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि पोस्ट के साथ किया गया दावा गलत है. सऊदी अरब में मोदी के खिलाफ ऐसा कोई प्रदर्शन आयोजित नहीं हुआ है. वायरल हो रही तस्वीर को फोटोशॉप तकनीक की मदद से तैयार किया गया है.
असली तस्वीर 2016 की है, जब कुवैत में रूसी दूतावास के सामने रूस की व्लादिमीर पुतिन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया था. इस फेसबुक पोस्ट को अब तक 13,000 से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं और इसे अब भी लोग लाइक और शेयर कर रहे हैं.
फोटोशॉप तस्वीर
रिवर्स सर्च की मदद से हमें 14 दिसंबर, 2016 को @AhmdAlmaimoni नाम के ट्विटर हैंडल से किया गया एक ट्वीट मिला. जिसमें मिलती जुलती फोटो का इस्तेमाल किया गया है.
अरबी में किए गए इस ट्वीट का अनुवाद कुछ इस तरह है, “कुवैत के लोगों ने वहां स्थित रूसी दूतावास के सामने रूस के खिलाफ जूता उठाया.”
वायरल तस्वीर की असली तस्वीर से तुलना करें तो यह साफ हो जाता है कि असली तस्वीर में पुतिन की फोटो है, जबकि वायरल तस्वीर में पुतिन की जगह मोदी की फोटो लगाई गई है.
वायरल तस्वीर
असली तस्वीर
निष्कर्ष
नरेंद्र मोदी ने 2016 में सऊदी अरब की यात्रा की थी. वहां रियाध सरकार की ओर से उनका भव्य स्वागत हुआ था, जिसके बारे में यहां देखा जा सकता है. सऊदी अरब में अभी तक मोदी के खिलाफ किसी भी विरोध प्रदर्शन की खबर किसी भी मीडिया संस्थान में नहीं आई है.
इस तरह साबित हुआ कि वायरल हो रही तस्वीर को फोटोशॉप की मदद से बनाया गया है. असली तस्वीर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ प्रदर्शन की है. अरब मीडिया के मुताबिक, 14 दिसंबर 2016 को कुवैत में रूस और सीरिया के खिलाफ रूसी दूतावास पर प्रदर्शन किया गया था. प्रदर्शनकारी सीरिया में रूस और असद सरकार की कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.