राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) और नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश में कई जगहों पर जोरदार प्रदर्शन चल रहा है. पूर्वोत्तर के राज्यों से लेकर बंगाल तक लोग इस कानून के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं.
इसी को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में कुछ पुलिस वाले जमीन पर पड़े एक आदमी को डंडों से पीटते दिख रहे हैं, साथ ही पास में खड़े लोग पुलिस वालों का विरोध करते नजर आ रहे हैं. वीडियो के साथ यह दावा किया जा रहा है कि असम की NRC सूची में नाम नहीं होने के कारण लोगों को घरों से उठाया जा रहा है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. वायरल वीडियो गुवाहाटी के अमचंग वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के अंदर एक अभियान का है जिसमें वहां अवैध रूप से रह रहे लोगों को बाहर निकाला जा रहा था. इस वीडियो का NRC से कोई लेना-देना नहीं है.
फेसबुक पेज 'ABDUL SAMAD' ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि '#NRC में नाम नहीं है इसलिए घर से उठाया जा रहा है #Assam आज आपका विरोध बंद हो जाए तो कल आपका हाल ऐसा ही होगा'.
खबर लिखे जाने तक यह वीडियो 2 लाख 18 हजार लोग देख चुके हैं, साथ ही यह 15 हजार से ज्यादा बार शेयर हो चुका है. इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
कैसे हुई पड़ताल
वायरल वीडियो में दिख रहे DY365 News Channel के वॉटरमार्क को हमने फेसबुक पर सर्च किया तो हमें DY365News का फेसबुक पेज मिला. यहां ये वीडियो 27 नवंबर 2017 को उपलोड किया गया था. कैप्शन में लिखा है, 'अमचंग वन्यजीव अभियान का ये दूसरा दिन है, कंकन नगर में आज एक भयंकर घटना हुई है, जहां अचानक इस्माइल नाम के एक प्रदर्शनकारी ने धारदार हथियार से वन विभाग के अधिकारी पर हमला किया, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत हालात काबू में करके युवक पर लाठियां बरसाई.'
इंटरनेट पर वीडियो से जुड़े कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें THE TIMES OF INDIA का 28 नवंबर 2017 को प्रकाशित एक आर्टिकल मिला, जिसमें इस खबर का उल्लेख किया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक अवैध रूप से रह रहे लोगों को गुवाहाटी के अमचंग वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से बाहर निकाला जा रहा था.
AFWA ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो असम का ही है, लेकिन असम एनआरसी से इस वीडियो का कोई लेना देना नहीं है. हालांकि, Jagran Josh के मुताबिक, असम में एनआरसी प्रक्रिया हाल ही में पूरी हुई है, साथ ही गृहमंत्री अमित शाह ने भी नवंबर 2019 में संसद में कहा है कि एनआरसी पूरे भारत में लागू किया जाएगा.