फ्रांस की राजधानी पेरिस में 16 अक्टूबर को एक शिक्षक की हत्या कर दी गई थी. फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने इसे इस्लामिक आतंकवाद करार दिया था. इस बात को लेकर कई मुस्लिम देशों ने नाराजगी जताई है.
इस बीच संयुक्त अरब अमीरात की राजकुमारी हेंद अल कासिमी का एक ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है. ट्वीट में उन्होंने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें हजारों की संख्या में लोग नजर आ रहे हैं. साथ ही, एक मस्जिद और अरबी भाषा में लिखे कुछ संदेश भी दिख रहे हैं.
वीडियो के साथ हेंद अल कासिमी ने कैप्शन लिखा है, “चेचन्या के लोग मैसेंजर (पैगम्बर मुहम्मद) की छवि खराब करने का विरोध कर रहे हैं. पैगम्बर के समर्थन में गीत गाते और मिलकर विरोध प्रदर्शन करते मुसलमान! मैक्रों को अपने अशिष्ट व्यवहार की कीमत चुकानी पड़ेगी. उन्होंने आधिकारिक रूप से फ्रांसीसियों और मुसलमानों के रिश्तों को तल्ख बना दिया है.”
इस ट्वीट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि ये वीडियो न तो चेचन्या का है और न ही इसमें फ्रांस के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है. ये वीडियो यमन की राजधानी सना का है जहां लोग पैगम्बर मोहम्मद के जन्म का सालगिरह समारोह मनाने के लिए इकट्ठा हुए थे.
भारतीय सोशल मीडिया ग्रुप्स में भी ये दावा काफी वायरल है. एक फेसबुक यूजर ने इसे शेयर करते हुए लिखा, “चेचन्या में फ्रांस का विरोध प्रदर्शन! फ्रांस शायद पिछला इतिहास भूल गया है वापस याद दिलाना पड़ेगा!”
खबर लिखे जाने तक राजकुमारी हेंद अल कासिमी के ट्वीट को तकरीबन 2500 लोग शेयर कर चुके थे.
दावे की पड़ताल
हमने पाया कि वायरल हो रहा वीडियो अरब प्रायद्वीप में स्थित देश यमन की राजधानी सना का है. इसमें नजर आ रहे लोग पैगम्बर मुहम्मद का जन्मदिन मनाने के लिए जुटे थे.
हमने इनविड टूल की मदद से वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च किया. वीडियो की कुछ तस्वीरें हमें ईरान की ‘AhlulBayt News Agency (ABNA)’ की वेबसाइट में छपे एक लेख में मिलीं. 10 नवंबर, 2019 को छपे इस लेख में लिखा है कि यमन स्थित सना में पैगम्बर मुहम्मद के जन्म की सालगिरह मनाई गई.
हमें गेटी इमेजेज वेबसाइट में भी इस आयोजन से जुड़ा एक वीडियो मिला. इस वीडियो में लोगों की भीड़ के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक भी देखी जा सकती है.
वॉइस ऑफ अमेरिका न्यूज के यूट्यूब चैनल पर भी हमें यह वीडियो मिला.
यानी यह बात साफ है कि वायरल वीडियो चेचन्या का नहीं बल्कि यमन का है, जहां लोग पैगम्बर मोहम्मद के जन्मदिन समारोह के लिए एकत्र हुए थे.