जम्मू-कश्मीर में धारा 370 निरस्त हुए एक साल से भी ज्यादा समय हो गया है. 2019 में लिए गए केंद्र सरकार के इस फैसले के खिलाफ कश्मीर सहित देश के अन्य हिस्सों में प्रदर्शन देखने को मिले थे. अब इसी को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो में भारी संख्या में लोगों को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 निरस्त किए जाने का विरोध करते देखा जा सकता है.
वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पंजाब में लोग कश्मीर में धारा 370 को दोबारा लागू करने की मांग कर रहे हैं. वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी होती दिख रही है. पुलिस बल को प्रदर्शनकारियों से जूझते हुए देखा जा सकता है.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. ये वीडियो अभी का नहीं, सितंबर, 2019 का है जब पंजाब के मोहाली में कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का विरोध हुआ था.
ये वीडियो भ्रामक दावे के साथ फेसबुक पर काफी शेयर हो चुका है. वीडियो को पोस्ट करते हुए लोग लिख रहे हैं, "अब पंजाब ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 दोबारा लागू करने की मांग की." वायरल वीडियो का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
कैसे की पड़ताल?
यूट्यूब पर कुछ कीवर्ड की मदद से हमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते कई और वीडियो मिले. इन वीडियो में भी वही लोग रोड पर प्रदर्शन करते हुए देखे जा सकते हैं जो वायरल वीडियो में नजर आ रहे हैं. ये वीडियो सितंबर, 2019 में यूट्यूब पर अपलोड किये गए थे.
इस प्रदर्शन को लेकर हमें बीबीसी का भी एक वीडियो मिला. इस वीडियो को 15 सितंबर, 2019 को अपलोड किया गया था. वायरल वीडियो में दिख रहे प्रदर्शन का काफी हिस्सा बीबीसी के इस वीडियो में देखा जा सकता है. ये प्रदर्शन मोहाली में छात्रों और किसानों के समूहों ने कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के विरोध में किया था. इस प्रदर्शन को लेकर इंटरनेट पर कई खबरें भी प्रकाशित हुई थीं.
वायरल वीडियो में कोई व्यक्ति मास्क लगाए हुए भी नहीं दिख रहा. कोरोना काल में ऐसा होना मुमकिन नहीं है. इससे ये बात साबित होती है कि वीडियो पुराना है. हमें किसी विश्वसनीय मीडिया हाउस की कोई खबर भी नहीं मिली जो ये बताये कि हाल-फिलहाल में पंजाब में धारा 370 के विरोध में प्रदर्शन हुए हों.