भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटिश पीएम की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं. इस वजह से भारत के लोगों में उत्साह की लहर है. लेकिन, बहुत सारे सोशल मीडिया यूजर्स18 जुलाई को ही उनके ब्रिटिश पीएम बन जाने का दावा कर रहे हैं. कई लोग यह कहते हुए खुशी जता रहे हैं कि जिस ब्रिटेन ने भारत को गुलाम बनाया था, अब वहां का प्रधानमंत्री भारतीय मूल का एक शख्स बन गया है.
मिसाल के तौर पर, एक फेसबुक यूजर ने लिखा, “ऋषि सौनक बने ब्रिटेन के पीएम. नारायण मूर्ति व सुधा मूर्ति के दामाद हैं ऋषि सौनक. जिस ब्रिटेन ने ढाई सौ साल भारत पर हुकुमत की आज वहां का पीएम एक भारतीय बन गया है. बधाई एवं शुभकामनाएं.”
इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि ब्रिटेन में नया प्रधानमंत्री चुने जाने की प्रक्रिया अभी चल रही है. ऐसी उम्मीद है कि सितंबर महीने में ब्रिटेन को उसका नया प्रधानमंत्री मिल जाएगा.
हां, ये बात सच है कि ऋषि सुनक के ब्रिटिश पीएम बनने की उम्मीद काफी ज्यादा है. पर अभी उनकी जीत का दावा करना जल्दबाजी होगी.
अचानक क्यों आई नया प्रधानमंत्री चुनने की नौबत?
बोरिस जॉनसन ने अपने 40 से ज्यादा मंत्रियों की बगावत के बाद 7 जुलाई को कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया था. लेकिन अभी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री वही हैं. पार्टी का नया नेता चुने जाने तक वही पीएम रहेंगे.
यहां पर ये बात समझना जरूरी है कि वर्तमान में ब्रिटेन की संसद में कंजर्वेटिव पार्टी अपने नेता का चुनाव कर रही है. ब्रिटेन में इसी पार्टी के पास बहुमत है. वहां जनता पीएम को नहीं चुन रही है.
कैसे चुना जाता है कंजर्वेटिव पार्टी का नेता?
कंजर्वेटिव पार्टी प्रमुख के चयन के लिए सबसे पहले उम्मीदवार चुने जाते हैं. उम्मीदवार बनने के लिए 20 कंजर्वेटिव पार्टी के सासंदों का समर्थन हासिल होना जरूरी है.
पहले राउंड में जिस उम्मीदवार को 30 से कम वोट मिलते हैं वो इस रेस से बाहर हो जाता है. इसके बाद के राउंड्स में सबसे कम वोट पाने वाले उम्मीदवार बाहर होते जाते हैं. ये सिलसिला तब तक चलता रहता है जब तक सिर्फ दो उम्मीदवार नहीं बचते हैं.
जब सिर्फ दो उम्मीदवार रह जाते हैं तो वो देश में प्रचार अभियान के जरिए पार्टी के सदस्यों से वोट मांगते हैं. फिर पोस्टल बैलट से वोटिंग होती है. दोनों उम्मीदवारों में जो भी जीतता है, वही पार्टी का नेता बनता है. जो कंजर्वेटिव पार्टी का नेता चुना जाएगा, वही ब्रिटेन का प्रधानमंत्री होगा.
अभी तक चुनाव के कितने राउंड हुए हैं?
कंजर्वेटिव पार्टी नेता के चुनाव के लिए अभी तक दो चरण की वोटिंग हुई है. दोनों में ही ऋषि सुनक सबसे आगे चल रहे हैं. ऋषि की सबसे प्रमुख प्रतिद्वंद्वी पेनी मोर्डेंट हैं जो इंटरनेशनल ट्रेड मिनिस्टर हैं.
नारायण मूर्ति के दामाद हैं ऋषि सुनक
ऋषि का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथम्पैटन में हुआ था. वो इन्फोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं. ऋषि बोरिस जॉनसन कैबिनेट में वित्त मंत्री थे और साल 2015 में यॉर्कशायर के रिचमंड से कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद चुने गए थे.