श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए देश भर से लोगों ने पांच हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा का दान दिया है. एक अनुमान के मुताबिक, अयोध्या में बन रहे इस मंदिर पर करीब 1800 करोड़ रुपये खर्च होंगे. मंदिर के लिए न केवल देश के आम जनों ने, बल्कि कई पूंजीपतियों, नेताओं और जानी-मानी हस्तियों ने भी दिल खोलकर दान दिया.
राम मंदिर के लिए दिए गए दान को लेकर अब एक और कथित खबर वायरल हो रही है. फेसबुक पर वायरल एक पोस्ट के मुताबिक, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए दान में एक करोड़ रुपये का चेक दिया है.
कुछ सोशल मीडिया यूजर एक साइन किए हुए चेक की फोटो शेयर कर रहे हैं जिस पर प्राप्तकर्ता (Payee) के सामने दिए गए खाली स्थान में 'विश्व हिंदू परिषद' लिखा है. तारीख '20-11-2018' लिखी है. धनराशि के आगे 'एक करोड़ रुपये मात्र' लिखा है.
चेक के ऊपर लाल रंग के अक्षरों में लिखा है, "श्रीराम जन्मभूमि पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण हेतु एक करोड़ रुपये की धनराशि का चेक श्री सियारम जी के द्वारा सप्रेम भेंट."
एक फेसबुक यूजर ने इस चेक की कॉपी शेयर करते हुए लिखा, “इंग्लैंड के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने दिखाया हिंदुत्व के प्रति अपना बड़ा दिल. विश्व हिन्दू परिषद की इंग्लैंड ब्रांच को उन्होंने 1करोड़ रुपये दान किये. हिंदुत्व के लिए आपका योगदान कई पीढियां याद रखेंगी."
इंडिया टुडे फैक्ट चेक ने पाया कि ये चेक ऋषि सुनक ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए दान में नहीं दिया था. एक करोड़ रुपये का ये चेक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व संघ चालक सियाराम उमरवैश्य ने विश्व हिंदू परिषद को सौंपा था.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
फोटो को रिवर्स सर्च करने पर ये हमें वनइंडिया की रिपोर्ट में मिली. 21 नवंबर 2018 को छपी इस रिपोर्ट में बताया गया है कि यूपी के प्रतापगढ़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पूर्व संघ चालक सियाराम उमरवैश्य ने राम मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये का दान दिया है. इस रिपोर्ट में चेक की पूरी फोटो देखी जा सकती है जिसमें नीचे सियाराम के हस्ताक्षर भी हैं. वहीं, चेक की जो फोटो वायरल है, उसमें एडिटिंग के जरिये उनके हस्ताक्षर को हटा दिया गया है.
वनइंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सियाराम 20 साल तक आरएसएस के जिला संचालक का पद संभाल चुके हैं. उन्होंने अयोध्या राम मंदिर के भव्य निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये का चेक विश्व हिंदू परिषद के नाम पर दिया था. सियाराम के एक करोड़ के दान पर आई मीडिया रिपोर्ट्स के बाद लोग इसे महादान कहने लगे. दावा किया जाने लगा कि ये मंदिर निर्माण के लिए दिया गया अब तक का सबसे बड़ा दान है.
इस रिपोर्ट में सियाराम से बातचीत का एक वीडियो भी है जिसमें उन्होंने बताया है कि उनके पास जो जमीन थी, उसे बेचकर एक करोड़ रुपये उन्होंने मंदिर को समर्पित कर दिए. ये चेक वाली तस्वीर हमें हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में भी मिली, वहां भी इसे संघ चालक सियाराम द्वारा मंदिर के लिए दिए गए दान का चेक बताया गया है.
दो अगस्त 2020 को छपी अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए अपनी जीवन भर की पूंजी दान करने वाले सियाराम को बाद में श्रीराम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम का साक्षी बनने का निमंत्रण भी आया था. रिपोर्ट में बताया गया है कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव व विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने उन्हें फोन करके आमंत्रित किया था.
एक और अहम बात ये है कि भारतीय मूल के ऋषि सुनक को 24 अक्टूबर 2022 को ब्रिटेन का प्रधानमंत्री चुना गया था. यानी इस चेक पर पड़ी तारीख के लगभग दो साल बाद. साफ है कि वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है.