कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू होने के बाद उसके नेताओं और 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ' यानी आरएसएस के बीच तीखी बयानी जंग चल रही है. कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से 12 सितंबर को एक जलते हुए खाकी रंग के निक्कर की तस्वीर शेयर करके आरएसएस पर निशाना साधा गया तो वहीं आरएसएस की ओर से भी इसका जवाब दिया गया.
अब सोशल मीडिया पर आरएसएस के चीफ मोहन भागवत के नाम से एक बयान वायरल हो रहा है जिसमें वे राहुल गांधी को भविष्य का लीडर बता रहे हैं.
मोहन भागवत की तस्वीर के साथ उन्हें कोट करते हुए लिखा गया है, “राहुल गांधी भविष्य के नेता हैं. उनको ज्यादा मजाक में लेना महंगा पड़ेगा. उनके परिवार का इतिहास बताता है राहुल जी को हल्के में लेना सही नहीं होगा.”
एक ट्विटर यूजर ने इसे 'भारत जोड़ो यात्रा' का असर बताते हुए शेयर किया.
इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि मोहन भागवत ने राहुल गांधी के बारे में ऐसा कोई बयान नहीं दिया है जिसमें उन्हें भविष्य का लीडर बताया गया हो.
कैसे पता की सच्चाई?
कांग्रेस और आरएसएस, देश में दो विपरीत विचारधाराओं की नुमाइंदगी करते हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी अक्सर आरएसएस की विचारधारा से लड़ने की बात कहते हैं. ऐसे में अगर आरएसएस के चीफ राहुल गांधी के लिए ऐसा बयान देते तो उसकी चर्चा मीडिया में जरूर हुई होती.
लेकिन हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली जो वायरल हो रहे मोहन भागवत के इस कथित बयान की पुष्टि करती हो.
वायरल बयान में मोहन भागवत की जिस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है वो साल 2018 के एक कार्यक्रम की है. 17 अप्रैल 2018 को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में मोहन भागवत ने शिरकत की थी. इसमें उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में कांग्रेस और उसके कुछ नेताओं की भूमिका की तारीफ की थी. ये खबर उस वक्त की मीडिया रिपोर्ट्स में भी है.
खोजने पर हमें राज्यसभा के यूट्यूब चैनल पर मोहन भागवत का वो भाषण भी मिल गया जिसमें उन्होंने कांग्रेस की तारीफ की थी. वायरल हो रहे बयान के साथ माहन भागवत की जो फोटो लगाई गई है, वो इसी भाषण के वीडियो से ली गई है.
हाल ही में मोहन भागवत दिल्ली की एक मस्जिद और एक मदरसे में गए थे. उनके इस कदम को कांग्रेस ने 'भारत जोड़ो यात्रा' का असर बताया था.