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फैक्ट चेक: बहरूपिये भिखारी का स्क्रिप्टेड वीडियो असली घटना का बताकर हुआ शेयर

सोशल मीडिया पर ढोंगी भिखारी का एक वीडियो वायरल काफी वायरल हो रहा है. इसमें दिखाई देता है कि भिखारी के भेष में 'मुस्लिम टोपी' पहना एक शख्स घुटनों के सहारे एक खाली प्लॉट के अंदर आता है. ऐसा लग रहा है कि भिखारी पैरों से अपाहिज है.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
एक ढोंगी भिखारी का वीडियो जो भीख मांगने के लिए अपाहिज होने का नाटक कर रहा है. 
सच्चाई
ये वीडियो स्क्रिप्टेड है.
विकास भदौरिया
  • नई दिल्ली,
  • 20 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 12:52 PM IST

सोशल मीडिया पर ढोंगी भिखारी का एक वीडियो वायरल काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में दिखाई देता है कि भिखारी के भेष में 'मुस्लिम टोपी' पहना एक शख्स घुटनों के सहारे एक खाली प्लॉट के अंदर आता है. ऐसा लग रहा है कि भिखारी पैरों से अपाहिज है.

उसके पास एक कटोरा भी है, जिसे वो धीरे-धीरे आगे सरका रहा है. लेकिन अंदर आते ही वो अपने कपड़े उतार कर दूसरे कपड़े पहन लेता है और अपने पैरों पर खड़ा हो जाता है. वीडियो के जरिए ये बताने की कोशिश की गई है कि ये भिखारी, भीख मांगने के लिए अपाहिज होने का नाटक कर रहा था.  

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वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, "आप गौ माता को चारा डाल दो, आप कुत्ते को रोटी डाल दो ‘धर्म’ होगा मगर इन ‘फकीरों’ को भीख दोगे तो ये आपके विनाश का कारण बनेंगे. ड्यूटी खत्म होने के बाद घर जाने की तैयारी करता हुआ बंदा." ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो कोई सच्ची घटना का नहीं बल्कि स्क्रिप्टेड है. इसमें दिख रहे सभी लोग कलाकार हैं.


कैसे पता लगाई सच्चाई? 

वायरल वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इसका लंबा वर्जन फेसबुक पेज 'गोपालगंज न्यूज' पर मिला. वीडियो के साथ दिए गए कैप्शन में बांग्ला में लिखा है, "एक नकली भिखारी का परिवर्तन देखें. हमारी आंखों में धूल झोंकते हैं."

वीडियो के आखिर में डिस्क्लेमर दिया गया है कि ये वीडियो जागरूकता फैलाने और मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया है. 

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इस वीडियो को कई यूजर्स ने फेसबुक पर शेयर किया है. लगभग सभी वीडियो में ये डिस्क्लेमर मौजूद है. लेकिन किसी ने भी इसके क्रीऐटर का जिक्र नहीं किया है. हमने ‘गोपालगंज न्यूज’ पेज के एडमिन और और इसे शेयर करने वाले कुछ अन्य यूजर्स से भी संपर्क किया.

‘गोपालगंज न्यूज’ के एडमिन युवराज तिवारी ने हमें बताया कि उन्हें ये काल्पनिक वीडियो फेसबुक पर मिला था. हालांकि, इसे किसने बनाया और किसने सबसे पहले सोशल मीडिया पर शेयर किया, इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. अगर हमें इस वीडियो के बारे में कुछ अन्य जानकारी मिलती है तो उसे खबर में अपडेट कर दिया जाएगा. यहां साफ हो जाता है कि वायरल वीडियो अधूरा है. इसे डिस्क्लेमर वाला हिस्सा हटाकर शेयर किया जा रहा है जिससे ये घटना असली लगे.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
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