भारत में कोरोना से लगभग दो लाख मौतें हो चुकी हैं. पिछले कुछ दिनों में ये आंकड़ा काफी तेजी से बढ़ा है. इसके चलते श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं. इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर एक विचलित कर देने वाला वीडियो भी वायरल हो रहा है. वीडियो किसी श्मशान घाट का लग रहा है जहां अर्थियों की एक कतार देखी जा सकती है और साथ ही कई चिताएं एक साथ जल रही हैं. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये दृश्य मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है. वीडियो के कैप्शन में लिखा है, "भोपाल:नोटबंदी से शवबंधी तक".
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा है दावा गलत है. ये वीडियो भोपाल का नहीं बल्कि दिल्ली के सुभाष नगर शवदाह गृह का है. हालांकि भोपाल के श्मशान घाटों से भी अंतिम संस्कार के लिए कतार लगने की खबरें आ चुकी हैं.
वायरल पोस्ट को अभी तक लगभग 800 लोग शेयर कर चुके हैं. फेसबुक और ट्विटर पर कुछ अन्य यूजर्स ने भी वीडियो को भोपाल का बताकर शेयर किया है. वायरल पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
कैसे पता की सच्चाई?
कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर हमें पता चला कि हाल ही में कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस वीडियो को दिल्ली के सुभाष नगर श्मशान घाट का बताकर शेयर किया है. मीडिया संस्थान "स्वराज एक्सप्रेस" ने भी वीडियो को दिल्ली के सुभाष नगर श्मशान घाट का बताया है.
इसके साथ ही वरिष्ठ कांग्रेस नेता अजय माकन और "राष्ट्रीय सहारा" के एक पत्रकार ने भी इस वीडियो को 26 अप्रैल को ट्वीट किया और बताया कि वीडियो सुभाष नगर शवदाह केंद्र का है.
पड़ताल में हमें दिल्ली के सुभाष नगर श्मशान घाट को लेकर "जी हिंदुस्तान" का एक यूट्यूब वीडियो मिला जिसमें शवदह गृह में बुकिंग बंद होने के बारे में बताया जा रहा है. "जी हिंदुस्तान के वीडियो में श्मशान के जो दृश्य दिख रहे हैं उनको वायरल वीडियो से मिलाने पर ये साफ हो जाता है कि वायरल वीडियो सुभाष नगर श्मशान घाट का ही है.
इस श्मशान घाट की एक अन्य तस्वीर "न्यूज लांड्री" की एक पत्रकार ने भी सोमवार को ट्वीट किया था जिसमें अर्थियों की लाइन लगी नजर आ रही है.
पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में कोरोना से हुई मौतें तेजी से बढ़ी हैं. इससे राजधानी के श्मशान घाटों और कब्रिस्तानों पर दवाब बढ़ गया है और शवों के लिए जगह कम पड़ने लगी है. यही हालत दिल्ली के सुभाष नगर श्मशान घाट की भी है. इसको लेकर इंटरनेट पर कई खबरें भी मौजूद हैं.
यहां हमारी तफ्तीश में ये साबित हो जाता है कि श्मशान घाट का ये वीडियो भोपाल का नहीं बल्कि दिल्ली का है. हालांकि, ये बात भी सच है कि कोरोना के कहर के बाद भोपाल के शवदाह ग्रहों के हाल भी बुरे हैं. खबरें आ रही हैं कि भोपाल में अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को श्मशान घाट में लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. ऐसे हालत बन गए हैं कि भोपाल के भदभदा श्मशान घाट के लॉकर्स में अस्थि कलश रखने तक की जगह नहीं बची है. श्मशान घाट के अधिकारियों का कहना है कि भोपाल गैस त्रासदी के बाद अभी तक इतनी संख्या में अंतिम संस्कार कभी नहीं हुए.