सोशल मीडिया पर एक पोस्ट काफी वायरल हो रही है. इसमें कहा जा रहा है कि भारत सरकार ने पोस्ट ऑफिस में "सुकन्या देव योजना" शुरू की है, जिसमें 1 से 10 वर्ष तक की बेटी के नाम साल में 1000 रुपये भरने होंगे. यानी कि 14 साल में 14000 रुपये जमा करने पर बेटी को 21वें साल में 6 लाख रुपये मिलेंगे.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि भारत सरकार ने "सुकन्या देव योजना" नाम से कोई योजना शुरू नहीं की है. हालांकि, पोस्ट ऑफिस के जरिये भारत सरकार की ओर से बेटियों के लिए "सुकन्या समृद्धि योजना" जरूर चलाई जा रही है. इस योजना में 14 साल तक सालाना 1000 रुपये जमा करने पर मेच्योरिटी डेट पर करीब 46821 रुपये मिलते हैं.
इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
फेसबुक यूजर "Ashu Singh" ने इस पोस्ट को साल 2018 में शेयर किया था, लेकिन यह पोस्ट अभी भी लोग धड़ल्ले से शेयर कर रहे हैं. खबर लिखे जाने तक इस पोस्ट को 64000 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है.
वायरल पोस्ट का सच जानने के लिए सबसे पहले हमने इंटरनेट पर "सुकन्या देव योजना" सर्च किया, तो पाया कि भारत सरकार ने इस नाम से कोई योजना लागू नहीं की है. हालांकि, भारत सरकार ने बेटियों के लिए साल 2015 में "सुकन्या समृद्धि योजना " शुरू की थी. इस योजना में पोस्ट ऑफिस के जरिये 10 साल तक की बेटी के नाम कम से कम 250 रुपये और ज्यादा से ज्यादा 1.5 लाख रुपये सालाना जमा कर कर सकते हैं. योजना के तहत पैसा केवल बेटी के 14 साल की होने तक ही जमा करना होता है. पैसा बेटी के 21 साल की होने पर मिलता है.
वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कि योजना में 14 साल तक प्रत्येक साल 1000 रुपये जमा करने होंगे, यानी कि कुल निवेश 14000 रुपये का होगा और बेटी की उम्र 21 साल होने पर उसे 6 लाख रुपये मिलेंगे. पैसा बजार डॉट कॉम के अनुसार सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 14 साल के लिए हर साल 1000 रुपये का निवेश करने पर बेटी के 21 साल की होने पर करीबन 46821 रुपये मिलते हैं (वैल्यू आंकने के लिए ब्याज दर 8.4 फीसदी मानी गई है).
वहीं अगर 14 साल तक हर महीने 1000 रुपये जमा किए जाएं तो 14 साल में निवेश की रकम 168000 रुपये बनती है जबकि बेटी के 21 वर्ष की होने पर इसकी मैच्योरिटी वैल्यू करीब 5,42,122 रुपये बनती है.
इस स्कीम के तहत सरकार समय-समय पर ब्याज दर में बदलाव करती रहती है, ऐसे में मैच्योरिटी वैल्यू में थोड़ा बहुत अंतर आ सकता है. पड़ताल में यह साफ हुआ कि न तो सरकार ने "सुकन्या देव योजना" नाम से कोई योजना शुरू की है, और ना ही किसी सरकारी योजना के तहत 14000 रुपये जमा करके बेटी के 21 वर्ष की होने पर 6 लाख रुपये मिलते हैं.