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फैक्ट चेक: क्या यह वीडियो अमेरिकी ड्रोन हमले का है, जिसमें ईरानी जनरल सुलेमानी मारे गए?

ईरान की कुद्स फोर्स के मुखिया रहे कासिम सुलेमानी ईरान में सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खुमैनी के बाद सबसे ताकतवर नेता थे. वे पिछले हफ्ते इराक में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए. अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो उस हमले का है, जिसमें कासिम सुलेमानी मारे गए.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी पर अमेरिकी ड्रोन अटैक का वीडियो.
सच्चाई
यह एक वीडियो गेम की क्लिपिंग है. इसका सुलेमानी पर अमेरिकी हमले से कोई लेना- देना नहीं है.
विद्या
  • मुंबई,
  • 08 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 7:46 AM IST

अमेरिकी एयर स्ट्राइक में ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद मध्य पूर्व के देशों में हलचल मच गई है. यहां तक कि तीसरे विश्वयुद्ध की आशंकाएं जताई जा रही हैं. ईरान की कुद्स फोर्स के मुखिया रहे कासिम सुलेमानी ईरान में सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खुमैनी के बाद सबसे ताकतवर नेता थे. वे पिछले हफ्ते इराक में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए.

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अब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो उस हमले का है, जिसमें कासिम सुलेमानी मारे गए. फेसबुक यूजर “Vishan Prakash ” ने यह वीडियो फेसबुक पर अपलोड किया है और साथ में कैप्शन लिखा, “सुलेमानी पर अमेरिकी ड्रोन अटैक. खूनी दास्तान. पूरा काफिला खत्म. मानवाधिकारों के बारे में कुछ भी न सुनें.”

हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी पोस्ट को डिलीट कर दिया. पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने अपनी पड़ताल में पाया कि इस वीडियो का सुलेमानी पर अमेरिकी हमले से कोई लेना- देना नहीं है. दरअसल, यह एक वीडियो गेम की क्लिपिंग है.

वायरल वीडियो

वायरल हो रहा वीडियो 1 मिनट 41 सेकेंड का है. वीडियो के बैकग्राउंड से आ रही आवाज से ऐसा लगता है जैसे गोलियां चल रही हों. वीडियो में दिखता है कि कारों के एक काफिले पर हमला किया जा रहा है और एक पुरुष की आवाज गोलीबारी का वर्णन करते हुए कहती है कि सभी वाहन सीधे हमले में नष्ट हो चुके हैं.

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वीडियो की स्क्रीन में बाईं तरफ ऊपर ‘WHOT’ लिखा हुआ दिखता है, जबकि वीडियो में कुछ जगह कुछ नंबर दिखते हैं. नीचे की तरफ दाहिने एक लाल बटन कहती है 'फायर'. पूरे वीडियो में एक इन्फ्रारेड कैमरा लुक है और वीडियो का फ्रेम लॉन्ग शॉट से शिफ्ट होता है और कुछ वाहनों के क्लोज अप शॉट लेता है. वीडियो के अंत में जलते हुए वाहनों से भागते लोगों की तरह दिखने वाले निशाने पर गोलियां चलाई जाती हैं.

तमाम फेसबुक और ट्विटर यूजर ने इस वीडियो को इसी तरह के दावे के साथ शेयर किया है.

AFWA की पड़ताल

हमने वीडियो का पहला फ्रेम लिया और इसे रिवर्स सर्च किया तो हमें कुछ वेबसाइट्स मिलीं. इस वेबसाइट पर लिखा था, “AC-130 Gunship Simulator - Convoy Engagement”, जो कि एक वीडियो गेम है.

हमने “AC-130 Gunship Simulator - Convoy Engagement” को इंटरनेट पर सर्च किया तो हमें वायरल वीडियो की अपेक्षा ज्यादा स्पष्ट एक वीडियो यूट्यूब पर मिल गया जो कि 1 मिनट 41 सेकेंड का है. इस वीडियो में हूबहू वही दृश्य देखे जा सकते हैं जो वायरल वीडियो में हैं. दरअसल, इस यूट्यूब चैनल पर यह भी सिखाया जाता है (https://youtu.be/B7Fkhb6fnqU) कि इन्फ्रारेड कैमरा लुक में वीडियो कैसे बनाएं.

निष्कर्ष

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खबरों के मुताबिक, सुलेमानी इराक के बगदाद एयरपोर्ट के पास थे जब उनके काफिले पर रॉकेट से हमला हुआ. कहा जा रहा है कि अमेरिकी ड्रोन हमले में सुलेमानी के साथ छह अन्य लोग मारे गए. लेकिन जो वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, वह एक वीडियो गेम की क्लिपिंग है, जिसका सुलेमानी की हत्या से कोई लेना- देना नहीं है.

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