बीते सप्ताह हिमाचल प्रदेश के सोलन में चार मंजिला इमारत ढह जाने की घटना के बाद से ही सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है. तस्वीर में एक विमान के अंदर तिरंगे में लिपटे कुछ ताबूत रखे दिख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि यह शव सोलन की घटना में शहीद हुए 10 जवानों के हैं.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रही तस्वीर सोलन की घटना की नहीं है. यह तस्वीर 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों की हैं.
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
फेसबुक पर वायरल इस तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा गया है: "कल हिमाचल के सोनल में 10 जवान शहीद हुए और कई घायल हो गए इन शहीदों को शत शत प्रणाम."
वायरल तस्वीर के साथ किए जा रहे दावे का सच जानने के लिए हमने इस तस्वीर को रिवर्स सर्च किया. इस पर हमें यह तस्वीर रेडिट पर एक आर्टिकल के साथ मिल गई. 16 फरवरी को अपलोड किए गए इस आर्टिकल की हेडलाइन में लिखा गया था: पुलवामा हमले के बाद भारतीय जवानों के पार्थिव शवों को अंतिम संस्कार के लिए उनके होमटाउन भेज दिया गया.
हमें यह तस्वीर दैनिक भास्कर की हिंदी न्यूज वेबसाइट पर पुलवामा हमले से संबंधित एक खबर में भी मिली. यह आर्टिकल भी 16 फरवरी को ही प्रकाशित किया गया था.
हिमाचल प्रदेश के सोलन में 14 जुलाई को तेज बारिश के चलते एक चार मंजिला इमारत ढह गई थी. इस घटना में आर्मी के 12 जवानों सहित 14 लोगों की मौत हो गई थी. कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने इस घटना को कवर किया है.
पड़ताल में स्पष्ट हुआ कि वायरल तस्वीर पांच महीने पहले हुए पुलवामा आतंकी हमले की है.