भगवान राम की छवि से जगमगाते किसी क्लॉक टावर का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. कुछ लोगों का कहना है कि ये श्रीनगर के लाल चौक का नजारा है जहां राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले माहौल भक्तिमय हो गया है.
एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "लाल चौक. जहा कभी तिरंगा नही फहरा सकते थे. वहा आज राम भजन चल रहा है."
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो श्रीनगर के लाल चौक का नहीं बल्कि देहरादून के घंटाघर का है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
हमने देखा कि वायरल पोस्ट पर प्रतिक्रिया देने वाले कई सारे लोग लिख रहे हैं कि ये देहरादून के घंटाघर का वीडियो है.
पंजाब केसरी उत्तराखंड ने 19 जनवरी को अपने फेसबुक पेज पर वायरल वीडियो का एक हिस्सा देहरादून का घंटाघर बताकर पोस्ट किया था.
इसके अलावा, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी वायरल वीडियो से मिलता-जुलता एक वीडियो 14 जनवरी, 2024 को एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “राममय देवभूमि! घंटाघर, देहरादून में राम भजन सुनते नगरवासी. आज से पूरे प्रदेश में जन सहभागिता से सांस्कृतिक कार्यक्रम, विशेष पूजा, कीर्तन एवं मंदिरों में स्वच्छता अभियान शुरू हो चुका है.”
गूगल मैप्स पर मौजूद घंटाघर, देहरादून और लाल चौक, श्रीनगर की तस्वीरों की तुलना वायरल वीडियो से करने पर भी ये बात स्पष्ट हो जाती है कि ये वीडियो देहरादून का ही है.
दरअसल, राम मंदिर उद्घाटन से पहले घंटाघर, देहरादून के क्लॉक टावर पर लेजर लाइटों के माध्यम से भगवान राम की तस्वीरें दिखाई जा रही हैं. हाल ही में इस बारे में कई जगह खबरें छपी थीं. एक और खास बात ये है कि 18 जनवरी को श्रीनगर के लाल चौक पर आगामी गणतंत्र दिवस के मद्देनजर तिरंगे के रंगों की लाइटिंग की गई है. इससे संबंधित एएनआई न्यूज एजेंसी का वीडियो नीचे देखा जा सकता है.
हमने इस बारे में श्रीनगर के कुछ पत्रकारों से भी बात की. उनका भी यही कहना था कि ये वीडियो लाल चौक का नहीं है और लाल चौक में इस तरह से लाइटिंग के जरिये भगवान राम की छवि अभी तक नहीं दिखाई गई है.
साफ है, देहरादून के घंटाघर के वीडियो को श्रीनगर के लाल चौक का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.