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फैक्ट चेक: फिर वायरल हुआ विंग कमांडर अभिनंदन के नाम पर फर्जी बयान

सोशल मीडिया पर विंग कमांडर अभिनंदन की तस्वीर वाली एक न्यूजपेपर की कटिंग की तस्वीर वायरल हो रही है.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
विंग कमांडर अभिनंदन ने कहा पुलवामा हमला बीजेपी की सोची समझी साजिश थी.
सच्चाई
वायरल तस्वीर दैनिक जागरण में छपी फैक्ट चेक खबर का अंश है जिसमें कहा गया है कि अभिनंदन ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया.
अमनप्रीत कौर
  • नई दिल्ली,
  • 12 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 7:08 PM IST

सोशल मीडिया पर विंग कमांडर अभिनंदन की तस्वीर वाली एक न्यूजपेपर की कटिंग की तस्वीर वायरल हो रही है. पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि अभिनंदन ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए बयान दिया है कि पुलवामा हमला बीजेपी की सोची समझी साजिश थी और पाकिस्तान पर नकली हमला करवाया गया है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल हो रही न्यूजपेपर क्लिपिंग असल में क्रॉप की गई है. यह दैनिक जागरण अखबार में छपी एक खबर का कुछ अंश है.

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पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

फेसबुक यूजर "Dinesh Maurya" ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा: "कितना झूठ कितना सही...मोदी नहीं बताएंगे...अभिनंदन जाने या पाकिस्तान..." तस्वीर में विंग कमांडर अभिनंदन की तस्वीर के साथ लिखा गया है "पुलवामा हमला बीजेपी की सोची समझी साजिश थी और पाकिस्तान पर नकली हमला करवाया, मोदी को चुनाव जीतने के लिए इमरान खान मदद कर रहा है बालाकोट पर बमबारी इमरान खान की सहमति से हुई है- विंग अभिनंदन"

AFWA ने पड़ताल में पाया कि वायरल क्लिपिंग असल में दैनिक जागरण अखबार में 18 मई 2019 को छपी एक फैक्ट चेक खबर का ही अंश है. "दैनिक जागरण के सहयोगी मीडिया प्लेटफॉर्म विश्वास न्यूज की पड़ताल में सामने आया सच, पीएम मोदी को लेकर अभिनंदन का बयान फर्जी " शीर्षक से छपी इस खबर में भी बताया गया है कि अभिनंदन ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है.

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अभिनंदन भारतीय वायु सेना में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, ऐसे में अगर उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी पर इस तरह का कोई आरोप लगाया होता तो यह खबर सुर्खियों में होती. हालांकि हमें इंटरनेट पर इस तरह की कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली.

पिछले साल फरवरी में हुए पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी. इस दौरान विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तानी आर्मी ने पकड़ लिया था. उन्हें 1 मार्च को भारत वापस लाया गया था. उस समय भी यह पोस्ट काफी वायरल हुई थी और द लल्लनटॉप ने इसका सच सामने रखा था.

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