सोशल मीडिया पर एक वृद्ध महिला का फोटो खूब शेयर हो रहा है, इस दावे के साथ कि वो एक बच्चा चोर गैंग की सदस्य है. फोटो में पुलिस की गिरफ्त में वृद्ध महिला दिख रही है, जसकी साड़ी के नीचे कई बोतलें छिपी हुई हैं. फोटो के साथ दावे में लिखा गया है, “मुम्बई में छोटे बच्चों को अगवा करने का एक ऐसा रैकेट भी सामने आया है, जिसमें बूढ़ी औरतें बेहोशी की दवा छुपा कर घूमती हैं और राह चलते छोटे बच्चों को बेहोश कर गोद में उठा लेती हैं.”
इस दावे के साथ ये भी लिखा गया है कि गिरफ़्तारी के बाद फोटो में दिख रही वृद्ध महिला ने बताया की पूरे देश में कम से कम 3000 महिलाएं बच्चा अगवा कर रही हैं.
क्या है दावा
फेसबुक यूज़र आर्य प्रिंस त्यागी ने 22 अगस्त को पुलिस की गिरफ्त में एक वृद्ध महिला का फोटो शेयर करते हुए दावा किया की वो महिला एक बच्चा चोर गैंग की सदस्य है. स्टोरी के लिखे जाने तक इस पोस्ट को 2000 से ज्यादा लोगों ने शेयर किया. इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्ज़न यहां देखा जा सकता है.
क्या है सच्चाई
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वार रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल पोस्ट में दिख रही 55 साल की इस महिला का नाम है शोभा पिंपले और ये महाराष्ट्र के वर्धा जिले के फुलगा इलाके की रहनेवाली है. दरअसल वर्धा में शराब पर बैन है और ये महिला पास के अमरावती जिले से, साड़ी के अंदर शराब छुपा कर ले जाते समय पकड़ी गई थी.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वार रूम ने इस फोटो का रिवर्स सर्च किया तो पाया कि पांच साल पहले भी जब ये पोस्ट वायरल हुआ था तब होक्स और फैक्ट ने इस पोस्ट की सच्चाई बताई थी. दरअसल 17 फरवरी 2015 को अवैध तरीके से शराब रखने और बेचने के लिए इस महिला के खिलाफ दत्तापुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज़ किया गया था.
अमरावती जिले के ग्रामीण इलाके में चागुर रेलवे सब डिविशन के तहत दत्तापुर पुलिस स्टेशन आता है. इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज़ वार रूम ने पुलिस इंसपेक्टर रविंद्र सोनोवने से बात की तो उन्होंने कहा, “ये मामला 2015 में हमारे पुलिस स्टेशन में रेजिस्टर हुआ था इस मामले का रेजिस्ट्रेशन नम्बर है 6003/15 है. इस महिला ने शराब की कई बोतल अपने कपड़े में छुपा रखी थी.”
तो ज़ाहिर है की फोटो चार साल पुराना है और इस महिला को बच्चा अगवा करने के लिए नहीं पकड़ा गया. इस महिला को शराब की अवैध तस्करी के लिए अमरावती में पकड़ा गया था.
(धनंजय साबले का इनपुट)