Advertisement

फैक्ट चेक: अयोध्या के राम मंदिर की नहीं, वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर की हैं ये तस्वीरें

सोशल मीडिया पर एक निर्माणाधीन भवन की दो तस्वीरें वायरल हो रही हैं. इनके साथ दावा किया जा रहा है कि ये अयोध्या में बन रहे बहुप्रतीक्षित भव्य राम मंदिर की तस्वीरें हैं.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
ये अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की पहली तस्वीरें हैं.
सच्चाई
वायरल तस्वीरें वाराणसी में निर्माणाधीन काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य परिसर की हैं. यह निर्माण काशी विश्वनाथ कोरिडोर परियोजना के तहत हो रहा है, जिसका मकसद मंदिर का विस्तार और सौंदर्यीकरण करना है.
चयन कुंडू
  • नई दिल्ली,
  • 01 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 4:09 PM IST

सोशल मीडिया पर एक निर्माणाधीन भवन की दो तस्वीरें वायरल हो रही हैं. इनके साथ दावा किया जा रहा है कि ये अयोध्या में बन रहे बहुप्रतीक्षित भव्य राम मंदिर की तस्वीरें हैं.  

फेसबुक पर कई यूजर्स ने ये तस्वीरें पोस्ट करते हुए हिंदी में लिखा है, “अयोध्या प्रभु श्री राम जी की मंदिर निर्माण का पहला तस्वीर है. जिन भाईयों को देखकर ख़ुशी हुई, तो एक बार सच्चे दिल से आप जय श्री राम बोल दे”.

Advertisement

कई यूजर्स ने ये तस्वीरें पोस्ट करते हुए इसी तरह का दावा किया है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल पोस्ट भ्रामक है. ये तस्वीरें अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की नहीं हैं, बल्कि यह वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर का मुख्य परिसर है, जिसे काशी विश्वनाथ कोरिडोर परियोजना के तहत विकसित किया जा रहा है.

ऐसी कुछ फेसबुक पोस्ट के आर्काइव यहां , यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

वायरल तस्वीरों का सच  
 
रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमें हिंदुस्तान टाइम्स का एक आर्टिकल मिला जो 30 अक्टूबर, 2020 को छपा है. दोनों वायरल तस्वीरों में से एक तस्वीर इस लेख में इस्तेमाल की गई है. यहां पर तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है, “निर्माणाधीन काशी विश्वनाथ मंदिर का मुख्य परिसर”. फोटो क्रेडिट हिंदुस्तान टाइम्स को दिया गया है.

Advertisement

असली और वायरल तस्वीर की बारीकी से तुलना करने पर इस बात की पुष्टि होती है कि दोनों तस्वीरें एक ही हैं.
 

वायरल तस्वीर

ये दोनों वायरल तस्वीरें एक और समाचार वेबसाइट “न्यूज ट्री” पर भी छपी हैं.

काशी विश्वनाथ (KV) कॉरिडोर प्रोजेक्ट

इन खबरों के मुताबिक, वायरल तस्वीरें वाराणसी में चल रही काशी विश्वनाथ (केवी) कोरिडोर परियोजना की हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च, 2019 को इस परियोजना की नींव रखी थी जिसकी लागत करीब 1,000 करोड़ रुपये है. यह परियोजना तकरीब 5 लाख स्क्वायर फीट के एरिया में विकसित की जा रही है, जिसे अगस्त 2021 तक पूरा होना है. परियोजना का मकसद काशी विश्वनाथ मंदिर का विस्तार और सौंदर्यीकरण करना है.

अयोध्या में राम मंदिर की स्थिति

हाल की खबरों के मुताबिक, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण अभी भी बातचीत के स्तर पर है. शुक्रवार, 30 अक्टूबर को फैजाबाद के सर्किट हाउस में राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष के नेतृत्व में एक बैठक हुई जिसमें इंजीनियरों और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया. समिति मंदिर निर्माण को लेकर विशेषज्ञों की राय ले रही है.

खबरों के मुताबिक, मंदिर समिति राम मंदिर की नींव में तीन पिलर्स की मजबूती के बारे में आईआईटी चेन्नई की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.

Advertisement

पड़ताल से साफ है कि वायरल तस्वीरें अयोध्या में राम मंदिर की नहीं, बल्कि वाराणसी में काशी विश्वनाथ (KV) कोरिडोर परियोजना की हैं.
 

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement