सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक मौलाना को हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में मौलाना कहते हैं “कल मैने गाजीपुर में भी ये बात बोली, याद रखना पंडित और हिन्दूओं, एक तरफ पाकिस्तान है और दूसरी तरफ बांग्लादेश, बीच में तुम लोग हो. याद रखना मुसलमान तुम्हारे मुल्क में घुसकर तुम्हारी गर्दन अगल करके कुत्तों को दे देंगे.” सोशल मीडिया पर अब इस भड़काऊ भाषण वाले वीडियो को यूपी के गाजीपुर का बताया जा रहा है.
ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो यूपी के गाजीपुर का नहीं बल्कि बांग्लादेश का है और भाषण दे रहा मौलाना भी पाकिस्तानी है.
कैसे पता लगाई सच्चाई
वायरल पोस्ट के नीचे कई लोगों ने यूपी और गाजीपुर पुलिस को टैग करके मौलाना पर सख्त कार्रवाई की मांग की है. ये घटना यूपी के गाजीपुर की है या नहीं ये जानने के लिए जब हमने गाजीपुर पुलिस के सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगाला तो हमें गाजीपुर पुलिस के आधिकारिक X अकाउंट पर 10 अक्टूबर का एक पोस्ट मिला जिसमें इस वीडियो को बांग्लादेश का बताया गया है.
पुलिस द्वारा शेयर किए पोस्टकार्ड में वायरल वीडियो के स्क्रीनग्रैब्स को देखा जा सकता है जिसमें लिखा है कि, “सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो जिसमें एक मौलाना द्वारा धर्म विरोधी वक्तव्य दिया जा रहा है जिसमें आपसी सौहार्द बिगड़ने की कोशिश की जा रही है जिसे जनपद गाजीपुर उत्तर प्रदेश का बता कर वायरल किया जा रहा है। उक्त वीडियो के संबंध में जांच किया गया तो ज्ञात हुआ कि यह वीडियो बांग्लादेश से संबंधित है इसमें दिखाई दे रहा व्यक्ति हबीबुल्लाह अरमानी जो पाकिस्तान का मौलाना है जिसके द्वारा यह वक्तव्य बांग्लादेश के गाजीपुर (ढाका) में दिया गया है.” पोस्टकार्ड में भ्रामक खबरें और अफवाह फैलाने पर सख्त कार्रवाई की बात कही है.
वायरल वीडियो के कोने पर बांग्ला भाषा में Nurer Prodip लिखा हुआ है. कीवर्ड सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो का लंबा वर्जन Nurer Prodip नाम के एक बांग्लादेशी यूट्यूब चैनल पर मिला जिसे 30 सितंबर 2024 को अपलोड किया गया था. वीडियो के टाइटल में दी जानकारी के मुताबिक, भाषण दे रहे व्यक्ति का नाम हबीबुल्लाह उस्मान अरमानी है जो कि एक पाकिस्तानी मौलाना हैं. उनका कहना है कि भारत में इस्लाम का अपमान हुआ है. इंटरनेट पर वायरल हो रहे भड़काऊ भाषण वाले हिस्से को भी वीडियो में 50 सेकंड के टाइमफ्रेम पर देखा जा सकता है.
भारत में मुस्लिम समुदाय और पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ हो रही बयानबाजी का हवाला देते हुए, वीडियो के 2 मिनट 10 सेकंड पर मौलाना को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि वे बांग्लादेश में हो रहे इस प्रोग्राम के जरिए कहना चाहते हैं कि हम कभी भी अपने नबी की खिलाफत में कही कोई बात नहीं सहेंगे. वीडियो में एक बार गाजीपुर का जिक्र भीआता है. दरअसल बांग्लादेश की राजधानी ढाका से लगभग 25 किलोमीटर दूर भी एक गाजीपुर शहर है और मौलाना उसी की बात कर रहे हैं.
भाषण देते समय मौलाना हबीबुल्लाह अरमानी के गले में एक हरे रंग के स्ट्रैप देखा जा सकता है. ध्यान से देखने पर पता चलता है कि स्ट्रैप पर बांग्ला भाषा में ‘जमात-ए-सहाबा बांग्लादेश’ लिखा हुआ है. हमें ये वायरल वीडियो कई और बांग्लादेशी यूट्यूब चैनलों पर सितंबर 2024 को अपलोड हुआ मिला जिसमें मौलाना को बांग्लादेश में होने की बात कहते सुना जा सकता है.
साफ है, बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ दिए एक भाषण के वीडियो को यूपी का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
(इनपुट: आशीष कुमार)