इजरायल के शहर तेल अवीव का बताकर सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें किसी सड़क पर हुई आगजनी से जबरदस्त धुआं निकलता दिख रहा है. तंज करते हुए दावा किया जा रहा है कि तेल अवीव पर 16 नवंबर को एक हमला हुआ और उसी के बाद की ये फोटो है.
इस दावे के साथ ये फोटो एक्स और फेसबुक पर कई यूजर्स शेयर कर चुके हैं.
इजरायल और मध्य पूर्वी के कुछ देशों के बीच संघर्ष अभी भी जारी है. 16 नवंबर को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कैसरिया शहर में स्थित घर की ओर दो फ्लैश बम दागे गए जो बगीचे में गिर गए. इस दौरान नेतन्याहू और उनका परिवार घर में मौजूद नहीं था. हाल ही में लेबनान के संगठन हिजबुल्लाह ने भी दावा किया कि उसने तेल अवीव में इजरायल के एक मिलिट्री बेस को निशाना बनाया. इन्हीं सब के मद्देनजर सोशल मीडिया पर ये तस्वीर वायरल हो रही है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि न तो ये तस्वीर तेल अवीव की है और न ही हाल फिलहाल की है. ये इजरायली शहर किर्यत शमोना की फोटो है जब वहां नवंबर 2023 में हमास ने हमला किया था.
कैसे पता की सच्चाई?
वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये मीडिया संस्थान “द यरुशलम पोस्ट” की एक खबर में मिलीं. खबर में बताया गया है कि ये किर्यत शमोना पर 2 नवंबर 2023 को हुए रॉकेट से हमले के बाद की फोटो है. इस हमले में दो लोग घायल हुए थे और एक इमारत व कुछ कारों में आग लग गई थी.
हमले के बाद फिलिस्तीनी संगठन हमास ने दावा किया था कि उसने ही लेबनान से किर्यत शमोना पर रॉकेट से ये हमला किया है. ये शहर, इजरायल-लेबनान बॉर्डर के पास स्थित है.
वायरल तस्वीर को कुछ अन्य तस्वीरों के साथ उस समय अल जजीरा ने भी एक फेसबुक पोस्ट में शेयर किया था और किर्यत शमोना पर हुए हमले का बताया था.
इस तरह ये साफ हो जाता कि वायरल दावा भ्रामक है. एक साल से ज्यादा पुरानी किर्यत शमोना शहर पर हुए हमले की तस्वीर को तेल अवीव पर हालिया हमले का बताकर शेयर किया जा रहा है.