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फैक्ट चेक: रमजान में इजरायली फौज पर हमास का हमला नहीं, रूस-यूक्रेन युद्ध का है ये वीडियो

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो रूस-यूक्रेन युद्ध का है. इसका इजरायल-फिलिस्तीन विवाद से कोई लेना-देना नहीं है.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के लड़ाकों ने इजरायली फौजियों को मार डाला.  
सच्चाई
ये वीडियो रूस-यूक्रेन युद्ध का है. इसका इजरायल-फिलिस्तीन विवाद से कोई लेना-देना नहीं है.
संजना सक्सेना
  • नई दिल्ली,
  • 23 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 6:24 PM IST

रेतीली जमीन पर तेजी से दौड़ रही बख्तरबंद गाड़ी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. वीडियो में ये गाड़ी कुछ दूरी पर जाकर रुक जाती है, और फिर इसमें से खूब सारे सैनिक बाहर निकलने लगते हैं. ऐसा होते ही इनपर गोलीबारी शुरू हो जाती है. हमले के बीच ये सैनिक गाड़ी के आसपास छुप जाते हैं, लेकिन एक-एक कर सभी हमले की चपेट में आ जाते हैं.

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लोगों की मानें तो वीडियो में दिख रहे ये लोग इजरायली फौजी हैं, जिन्हें रमजान के महीने में फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के लड़ाकों ने मार डाला. फेसबुक पर ये वीडियो शेयर करते हुए एक शख्स ने लिखा, “हमास मुजाहिदीन का इजराइली फौज पर बड़ा हमला, रमजान मुबारक में गाजा के आम नागरिकों पर हमले के जवाब में 45 सहयुनी फौजिओं को जहन्नुम वासिल कर दिया ताकी दुनिया को पता चले कि इतना जुल्म सहने के बाद भी जालिम के आगे घुटने नही टेके.” इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.


 

 

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें इस वीडियो का एक लंबा वर्जन 2 मार्च 2024 के एक ट्वीट में मिला. यहां दी गई जानकारी के मुताबिक, वीडियो में यूक्रेन को रूसी सैनिकों पर हमला करते देखा जा सकता है.  

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इस जानकारी की मदद से खोजने पर हमें इस वीडियो के बारे में छपी कुछ न्यूज रिपोर्ट्स भी मिलीं. 2 मार्च 2024 को छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस वीडियो में यूक्रेन की 47वीं मैकेनाइज्ड ब्रिगेड को ‘M2 ब्रैडली’ नाम की एक बख्तरबंद गाड़ी की मदद से रूसी सैनिकों पर हमला करते देखा जा सकता है. खबरों के मुताबिक, ये हमला यूक्रेन के डोनेट्स्क ओब्लास्ट प्रांत में मौजूद ‘Avdiivka’ शहर में घुसपैठ कर रहे रूसी सैनिकों पर किया गया था. रिपोर्ट्स में ये भी बताया गया है कि अमेरिका ने इस युद्ध में यूक्रेन की मदद करने के लिए ‘ब्रैडली फाइटिंग व्हीकल’ दिया था.

इसके बाद हमें इस हमले का पूरा वीडियो ‘स्ट्राइक ड्रोन्स कंपनी’ नाम के एक टेलीग्राम चैनल पर मिला. यहां इसे 2 मार्च 2024 को रूस-यूक्रेन युद्ध का बताते हुए शेयर किया गया था. ‘स्ट्राइक ड्रोन्स कंपनी’ यूक्रेन की 47वीं मैकेनाइज्ड ब्रिगेड की एक यूनिट है, जिसका लोगो वायरल वीडियो पर लगा हुआ देखा जा सकता है.

यूक्रेन की 47वीं मैकेनाइज्ड ब्रिगेड के इंस्टाग्राम पेज पर भी इस हमले का वीडियो इसी जानकारी के साथ शेयर किया गया था. साथ ही, रूस-यूक्रेन युद्ध के और भी कई वीडियो में ब्रिगेड के यूनिट का वही लोगो देखा जा सकता है, जो वायरल वीडियो में मौजूद है.

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साफ है, रूसी सैनिकों पर हुए यूक्रेन के हमले को इजरायल और फिलिस्तीन के बीच हो रहे युद्ध का बताकर शेयर किया जा रहा है.

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