देश में लगातार हो रहे ट्रेन हादसों के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल है जिसमें खराब हालत वाली पटरी से एक ट्रेन गुजर रही है. देखने में लगता है कि पटरी के इस हिस्से के नट-बोल्ट ढीले हो गए हैं, जिस कारण जब-जब ट्रेन का पहिया उस पर से गुजर रहा है, पटरी अंदर की ओर धंस जा रही है.
लोग इस वीडियो को भारत का बताते हुए तंज कस रहे हैं कि वंदे भारत जैसी लग्जरी ट्रेन ऐसी पटरी पर चलेगी. ऐसी ही एक पोस्ट के कमेन्ट सेक्शन एक व्यक्ति ने लिखा, “जब ट्रेन एक्सीडेंट होता है तो दूसरे का नाम लेते हैं कि किसी की साजिश थी. अपनी कमियां नहीं पता हैं.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो भारत का नहीं, बल्कि बांग्लादेश के मैमनसिंह जिले का है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
हमें वीडियो में रेल गाड़ी के पीछे, एक लाल रंग के बोर्ड पर ‘Walton’ लिखा हुआ मिला. Walton एक बांग्लादेशी कंपनी है जिसका हेडक्वॉर्टर बांग्लादेश के गाजीपुर में है. ये कंपनी बिजली के उपकरण, मोबाइल फोन, ऑटोमोबाइल आदि बनाती है. इससे ऐसा लगता है कि ये वीडियो बांग्लादेश का हो सकता है.
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये ‘Local Train BD’ नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला. यहां इसे 19 अक्टूबर 2024 को शेयर करते हुए बताया गया है कि भारी बारिश के चलते रेलवे ट्रैक बेहाल हो गया है. पटरी का फिशप्लेट जॉइंट टूट चुका है और नट-बोल्ट गायब हैं.
यूट्यूब चैनल के डिसक्रिप्शन में बताया गया है कि यहां पर बांग्लादेशी ट्रेनों के वीडियो शेयर किये जाते हैं. वायरल वीडियो जैसे और भी कई वीडियो इस चैनल पर मौजूद हैं, जो बांग्लादेशी ट्रेनों और रेलवे पटरियों का हाल दिखाते हैं.
हमें इस नाम से बना एक फेसबुक अकाउंट भी मिला, इस अकाउंट पर भी वायरल वीडियो 19 अक्टूबर को शेयर किया गया था. हमने इस फेसबुक पेज से संपर्क किया. पेज के मालिक, ‘Taki Tazwar’ ने आजतक को बताया कि वायरल वीडियो बांग्लादेश का है. उन्होंने खुद इस वीडियो को 16 अक्टूबर, 2024, को मैमनसिंह रेलवे जंक्शन से 3 किलोमीटर की दूरी पर शूट किया था. उस वक्त तूफान ‘दाना’ की वजह से वहां भारी बारिश हुई थी, जिसके बाद रेलवे ट्रैक का ये हाल हो गया था. उन्होंने बताया कि उन्होंने रेलवे के अधिकारियों से ट्रैक की मरम्मत कराने की गुजारिश भी की है.
Taki ने वायरल वीडियो वाली जगह जाकर हमें वहां की एक तस्वीर भी भेजी. इसमें साफ देखा जा सकता है कि इस इलाके में लगे हरे रंग के बोर्ड पर बांग्ला और अंग्रेजी में बांग्लादेशी जिले शेरपुर और किशोरगंज समेत आसपास की कई जगहों के नाम और उनकी दूरी लिखी हुई है. इससे साफ पता चलता है कि वीडियो बांग्लादेश में शूट हुआ था.
साफ है, बांग्लादेश के एक जर्जर रेलवे ट्रैक के वीडियो को भारत का बताते हुए भ्रामक दावा किया जा रहा है.