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फैक्ट चेक: गरीबों को बेरहमी से मारते चंदौली के पुलिसकर्मी का ये वीडियो अभी का नहीं, 5 साल पुराना है

सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी का एक समूह, सड़क पर चद्दर डालकर बैठे कुछ लोगों को डांट कर हटा रहा है. ये वीडियो यूपी के चंदौली का बताया जा रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो का आजतक की टीम ने फैक्ट चेक किया है.

आजतक फैक्ट चेक

दावा
यूपी के चंदौली में एक पुलिसकर्मी ने हाल ही में सड़क किनारे बैठे गरीबों के साथ मारपीट की.
सच्चाई
ये घटना हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि पांच साल पुरानी जनवरी 2020 की है. तब चंदौली के इस पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया था.
संजना सक्सेना
  • नई दिल्ली,
  • 10 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 7:43 PM IST

सड़क किनारे बैठे गरीबों को थप्पड़ और लात मारते पुलिसकर्मी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. वीडियो में पुलिसवालों का एक समूह, सड़क पर चद्दर डालकर बैठे कुछ लोगों को डाँट कर हटा रहा है. लोग इस घटना को उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले का बता रहे हैं. साथ ही, इसे ‘न्यूज’ के हैशटैग के साथ शेयर करते हुए, वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

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फेसबुक पर ये वीडियो शेयर करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा, “भूखे गरीब का अपराध बस इतना था कि भीख मांगने की गुस्ताखी कर डाली. वर्दी ने अपनी हनक से पेट भर दिया. चंदौली के बलुआ पुलिस की शानदार छवि तेजी से वायरल हो रही. यह है यूपी पुलिस का बदरंग चेहरा, इन पर कार्यवाही हो.”

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये घटना हाल-फिलहाल की नहीं, बल्कि पांच साल पुरानी है. तब चंदौली के इस पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया था.

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये 27 जनवरी, 2020 के एक एक्स पोस्ट में मिला. यहां इसे शेयर करते हुए चंदौली के बलुआ थाना क्षेत्र का बताया गया था. इतनी बात तो यहीं साफ हो जाती है कि ये वीडियो करीब पांच साल पुराना है.

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तब इस एक्स पोस्ट का जवाब देते हुए चंदौली पुलिस के आधिकारिक एक्स अकाउंट ने इस घटना को लेकर जानकारी भी दी थी. पुलिस ने बताया था कि वीडियो में दिख रहे बलुआ थाना प्रभारी निरीक्षक को पद से हटाते हुए लाइन हाजिर किया गया है. साथ ही, उस वक्त चंदौली के पुलिस अधीक्षक रहे हेमंत कुटियाल ने इस घटना को लेकर एक वीडियो भी जारी किया था. इसमें हेमंत बताते हैं कि वायरल वीडियो वाली घटना में जांच के आदेश देते हुए बलुआ थाना प्रभारी को सस्पेंड किया जा चुका है.

Embed: https://x.com/chandaulipolice/status/1222037264340881410 

इसके बाद हमें इस घटना के बारे में छपी न्यूज रिपोर्ट्स भी मिलीं. न्यूज18 की 28 जनवरी, 2020 की एक खबर के मुताबिक सोशल मीडिया पर यूपी के चंदौली जिले का एक वीडियो सामने आया था जिसमें बलुआ थाना प्रभारी अतुल नारायण सिंह एक भिखारी को मारते हुए नजर आ रहे हैं. कार्रवाई करते हुए चंदौली के एसपी ने उस इन्स्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया था.

दरअसल, ये वीडियो मौनी अमावस्या का है जब बलुआ गंगा घाट पर कुछ लोग भीख मांगने के लिए आकर सड़क किनारे बैठ गए थे. मेले में आई भीड़ को नियंत्रित करते वक्त थाना प्रभारी अतुल नारायण सिंह ने इन भिखारियों को वहां से हटाते वक्त उनके साथ मारपीट की थी. बाद में, इन्स्पेक्टर अतुल सस्पेंड हो गए थे और उनकी जगह इंस्पेक्टर संजय सिंह बतौर बलुआ थाना प्रभारी नियुक्त हुए थे.

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और जानकारी के लिए हमने चंदौली में फिलहाल बतौर एसपी कार्यभार संभाल रहे आदित्य लांग्हे से भी संपर्क किया. उनके पीआरओ ने भी यही बताया कि ये वीडियो जनवरी 2020 का है. तब इस इंस्पेक्टर पर मिसकंडक्ट लगाते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया था. फिलहाल ये इन्स्पेक्टर रिटायर हो चुके हैं. 

साफ है, चंदौली में हुई पांच साल पुरानी घटना को सोशल मीडिया पर हाल-फिलहाल का बताते हुए शेयर किया जा रहा है.

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